लाचित बोड़फुकनः उत्तरपूर्व भारत के शिवाजी
उनकी याद कराने में असम के राज्यपाल श्रीनिवास कुमार सिन्हा का विशेष हाथ है। उन्होंने उनके सम्मान में विश्वविद्यालय में एक भाषण माला शुरु की थी। उन्होंने रक्षा मंत्रालय पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए नेशनल डिंफेस अकादमी के सबसे अच्छे कैडर को सर्वश्रेष्ठ कैडर का अवार्ड उनके नाम पर देना शुरु कराया था। जनरल एस के सिन्हा सेना से रिटायर होने के बाद असम के राज्यपाल बनाए गए थे। उन्हें इंदिरा गांधी ने सेना प्रमुख नहीं बनने दिया था। हाल में अखबारों में लाचित बोड़फुकन की याद दिलाने वाले विज्ञापन देखे तो ध्यान आया कि असम में अगले...