नई दिल्ली। इजराइल ने शुक्रवार को ईरान पर बड़ा हमला किया। उसने नतांज सहित ईरान के कई परमाणु ठिकानों को नष्ट कर दिया और उसके परमाणु वैज्ञानिकों को मार डाला। इजराइल के हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख की भी मौत हो गई है और ईरान के सेना प्रमुख भी मारे गए हैं। अमेरिका ने इस तरह की कार्रवाई का संकेत एक दिन पहले ही दे दिया था, जब उसने मध्य पूर्व से अपने अनेक राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुला लिया था। इजराइल के हमले के बाद ईरान ने बदला लेने का ऐलान किया है।
इससे पहले इजराइल ने शुक्रवार की सुबह दो सौ लड़ाकू विमानों से ईरान के छह ठिकानों पर हमला किया था। इस हमले में ईरान के छह परमाणु वैज्ञानिक और चार टॉप मिलिट्री कमांडर सहित 20 सैन्य अधिकारी मारे गए। इनमें सेना और वायु सेना के प्रमुख भी शामिल हैं। इजराइल के हवाई हमले में ईरान के चार परमाणु ठिकाने और दो सैन्य ठिकाने तबाह हो गए हैं। बताया जा रहा है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने से पहल इजराइल ने ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से नष्ट कर दिया ताकि वह जवाबी कार्रवाई नहीं कर सके।
इजराइल के हमले के जवाब में ईरान ने बची खुची ताकत समेट कर दोपहर में ड्रोन से हमला किया। ईरान ने करीब दौ से ड्रोन दागे। लेकिन इजराइली सेना, आईडीएफ ने दावा किया है कि उन्होंने सभी ड्रोन मार गिराए। अभी तक एक भी ड्रोन इजराइल की सीमा में नहीं पहुंचा। बहरहाल, ईरान की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि इजराइली हमले में इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स यानी आईआरजीसी के कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि इसके बाद अहमद वाहिदी को रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का नया कमांडर नियुक्त किया गया है। अब्दोलरहीम मौसावी को नया सेना प्रमुख बनाया गया है।
बताया जा रहा है कि इजराइल के हमले में ईरान के दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फरदून अब्बासी भी मारे गए हैं। उधर इजराइल के हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने कहा कि उनकी सेना इजराइल को सजा दिए बिना नहीं जाने देगी। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने भी कहा कि इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला करके बहुत बड़ी गलती है। उन्हें अब इसके लिए पछताना होगा। पजशकियान ने कहा कि ईरान इस अपराध के सामने चुप नहीं रहेगा। खबरों के मुताबिक इजराइल के हमले में ईरान की राजधानी तेहरान और आसपास के इलाके में 70 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
इससे पहले शुक्रवार की सुबह इजराइली वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने ईरान के नतांज इलाके में मौजूद उसके सबसे बड़े यूरेनियम फैसिलिटी पर रात के समय हमला किया। इस एटमी फैसिलिटी का बड़ा हिस्सा जमीन के अंदर यानी बंकर में था। इजराइल के हमले में सेंटर के बंकर वाले हिस्से को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं पर यूरेनियम को शुद्ध करने वाली मशीन लगी हैं। परिष्कृत यूरेनियम का इस्तेमाल परमाणु बम बनाने में होता है।