सर्वजन पेंशन योजना
Connect
स्वतंत्र खेल लेखन। साथ ही राजनीति, समाज, समसामयिक विषयों पर भी नियमित लेखन। नयाइंडिया में नियमित कन्ट्रिब्यटर।
  • मनभावक खेल तो धोनी का, सीखों!

    सुनील गावस्कर ने तो एक आईपीएल मैच में सभी को दंग कर दिया। तिहत्तर साल के गावस्कर पीछे से दौड़ कर आए और अपनी शर्ट पर धोनी के हस्ताक्षर मांगे बैठे। बाद में भावुकता में उनने बताया कि वे अपने अंतिम समय में 2011 के क्रिकेट विश्वकप जीत के आखिरी पल को सहेज कर रखना चाहते हैं। छक्का मार कर, बल्ला लहराकर जिताने की धोनी की याद सदा साथ रखना चाहते हैं। क्या लोकतंत्र में लोकप्रियता का कोई पैमाना होता है? क्यों किसी एक को ही लोग बेइंतहां चाहने लगते है? इसका कारण क्या उस व्यक्ति-नेता का साफ चाल-चलन होता...

  • मतदाताओं ने पूरे देश को मैसेज दिया!

    लोकतंत्र में लोक ही अपने वोटसे नीति का तंत्र चलाता है। जनता बेशक अलग-अलग राज्य, अलग-अलग पंथ-जमात या अलग-अलग मान-मर्यादा से जुड़ी हो मगर सम्मान, सौहार्द और सद्भाव ही सभी का नैसर्गिक व्यवहार है। जनसेवकों को यह अच्छे से जान लेना चाहिए की जनतंत्र में जनता ही जनार्दन है। सत्ताएं बेशक जो समझें मगर लोकतंत्र तो लोक के मत से ही चलता-बनता है। और लोक का मत अपने समय पर ही बनता-बिगड़ता है। दुनिया के सबसे विशाल लोकतंत्र भारत में चुनाव चलते ही रहते हैं। इसलिए जनसेवकों को लगातार जनता के सामने हाथ जोड़कर वोट मांगने जाना ही पड़ता है।...

  • दंभ, तथ्य और सत्य का खेला

    आज राज की नीति हो, लोकप्रियता का क्रिकेट हो या मशक्कत भरी कुश्ती हो, सभी खेल सत्ता के दंभ में दबे दिखते है। खेलों की लोकप्रियता सत्ता को भी प्रिय और उसका मोहरा हो जाती है। जनसेवक जब खेल की सेवा करने का दावा करते हैं तो उनका आशय सिर्फ खेल की सत्ता से सत्ता का खेल खेलना भर होता है। वहीं जब खिलाड़ी खेल की सेवा करने उतरते है तो उनका आशय अपनी लोकप्रियता और धन से सत्ता की सेवा में लगने का रह जाता हैं। आखिर ये सब बेवजह का दंभ क्यों दर्शाते हैं? सत्ता का दंभ अक्सर...

  • अंजन सकल पसारा रे, राम निरंजन न्यारा रे

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • टेस्ट क्रिकेट: पिच पर खेलना या पिच से खेलना?

    “क्रिकेट एक भारतीय खेल था जिसकी खोज गलती से अंग्रेजों ने की।“ भारत में क्रिकेट के जुनून को देखते हुए चर्चित समाजशास्त्री आशीष नंदी का यह मानना रहा है। इतिहासकारों ने जो भी लिखा हो, अपन आशीष नंदी से इस पर बहस नहीं करेंगे। अपन मानते हैं केवल भारत ही नहीं बल्कि जिसको भी जीवन से प्रेम है उसको क्रिकेट खेल से भी प्रेम जरूर रहा होगा। भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता, किसी भी अन्य लोकप्रियता पर भारी पड़ती है। आप जानते ही हैं आस्ट्रेलिया का भारत दौरा चल रहा है। विश्व टेस्ट विजेता होने की होड़ लगी है। पिच...

  • अरे, आस्ट्रेलिया का ऐसे ढहना!

    पता नहीं क्यों आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को लगा की कोटला पिच पर सिर्फ आड़े शॉट मार कर ही रन बनाए जा सकते हैं। ऐसा लगा कि पूरी आस्ट्रेलिया टीम सिर्फ झाड़ू मारने को ही कोटला पर बल्लेबाजी करना मान रही थी। कई बार हार की तरह ही जीत भी हैरान करती है। कोटला पिच पर जिस उम्मीद के साथ आस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल खत्म किया था, उन्हें और भारत को भी यह उम्मीद नहीं थी कि तीसरे दिन भोजन से पहले ही वे पतझड़ के पत्तों की तरह ढह जाएंगे। एक तरह से आस्ट्रेलिया का आत्मसमर्पण था। अपन...

  • आमदनी-खर्च का ब्यौरा भी आम भाषा में नहीं!

    आम जनता के लिए उसके आमदनी-खर्च का ब्यौरा क्यों आम भाषा में नहीं हो सकता है? क्या हमारे-आपके रोज़मर्रा का आमदनी-खर्च इसी भाषा में होता है? अर्थ के ज्ञानी कह सकते हैं कि दुनिया का बड़ा व्यापार क्योंकि इसी भाषा में चलता है इसलिए ग्लोबल होती दुनिया में हिंदुस्तान को भी वैश्विक होना होगा। आर्थिक भाषा और अर्थ की बोली का मतभेद बना ही रहने वाले है। लेकिन फिर वैश्विक होते इंडिया में हिंदुस्तान की आम जनता का क्या होगा? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों अमृत काल को ध्यान में रखते हुए आम जनता के लिए बजट पेश...

  • धीरे-धीरे गाड़ी हांको मेरे राम गाड़ी वाला……

    उत्तराखंड के जोशीमठ में अचानक ही भू-धंसाव नहीं हो रहा है। पर्यावरण प्रेमी अनुपम मिश्र ने ऐसे ही विकास को अच्छे विचार और अच्छे कामों का अकाल कहा था। अकाल से पहले अच्छे विचार और अच्छे कामों का अकाल आता है। उत्तराखंड में विचार के इसी अकाल का विनाश चलाया गया। जो आज भी चलाया जा रहा है। कुछ लोगों के स्वार्थी विचारों के ही कारण विकास के विनाश का खेल चल रहा है। यदि हम धरती पर यह मान कर जीते हैं कि हमारे जीने से धरती पर फर्क पड़ता है, तो चिंता की कोईबात नहीं है। लेकिन अगर...

  • कमल खिला, हाथ हिला और झाड़ू भी चली

    गुजरात में न तो भाजपा जीती, न भाजपा के नेता। जीता तो सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की है। मोदी के व्यवहार और वाकपटुता के प्रति गुजरात और देश की आशा का जादू चलता दिख रहा है।... जो हो, जनता के अलग-अलग सिर माथे पर। जनता है तो उसके जनादेश के होंगे ही। लोकतंत्र टिका रहेगा और सत्ता आती-जाती रहेगी। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव चलते ही रहते हैं। चुनाव ही जनता को अपने-अपने स्थानीय जनसेवक चुनने का अधिकार और आजादी देते हैं। इससे जनता को अपने जनादेश की ताकत का आभास भी होता है। चुनावों से ही लोकतंत्र...

  • विश्वकप उत्सव में उलटफेर रोमांचक!

    अनेक अड़चनों, अभावों में इस बार का फीफा फुटबॉल विश्वकप मध्य एशिया के कतर में खेला जा रहा है। यह दूसरा ही फुटबॉल विश्वकप है जो एशिया में खेला जा रहा है। इसलिए भारत और अन्य एशियाई देशों में इस विश्वकप के प्रति खास उत्साह दिख रहा है। एशियाई देशों में आशा भी जगी है। फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022, कतर: अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ (फीफा) द्वारा आयोजित विश्वकप दुनिया का सबसे लोकप्रिय और आकर्षक खेल का महोत्सव माना जाता है। दुनिया भर की निगाहें हर चार साल पर होने वाले इस विश्वकप पर लगी ही रहती है। खूबसूरत खेल फुटबॉल...

  • बटलर के बल्ले से भारत हुआ बाहर

    उत्तेजना में उतावली क्रिकेट प्रेमी जनता मान रही थी की भारत बिना सेमी या फाइनल खेले विश्व विजयी होने वाला है। जैसे जीवन में हर एक का दिन आता है वैसे ही कल का दिन बटलर और हेल्स् के नाम रहा। भारत बनाम इंग्लैण्ड बीसमबीस विश्व कप 2022, आस्ट्रेलिया: सपने संवरने से ज्यादा टूटते ही हैं। जीवन में, और क्रिकेट खेल में भी आशाएं और आशंकाओं का ऐसा ही खेल चलता है। भारत का आस्ट्रेलियाई सपना समाप्त हुआ। शर्माजी के बेटे के सपने के साथ करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का आस्ट्रेलियाई बीसमबीस विश्व कप का सपना भी टूट गया। इंग्लैण्ड के...

  • भारत बनाम पाकिस्तान के बीच इंग्लैण्ड

    अब तक असफल रही पाकिस्तान की सलामी जोड़ी सफल हो गयी। बाबर और रिज़वान ने जम कर बल्लेबाजी की, साझेदारी जमाई और अपने-अपने अर्धशतक जड़ दिए। न्यूज़ीलैण्ड को सेमी-फाइनल मैच में सिडनी मैदान के सारे कोने दिखा दिए। बीसमबीस विश्व कप 2022 आखिर पाकिस्तान की किस्मत उनकी योग्यता के आड़े नहीं आई। नीदरलैण्ड से अफ्रीका के हारने के बाद जगा पाकिस्तान की किस्मत का योग, उनको सेमी-फाइनल जीतने का आत्मविश्वास दे गया। अपनी योग्यता पर खेल कर पाकिस्तान ने सिडनी मैदान पर न्यूज़ीलैण्ड का सूपड़ा साफ कर दिया। एक तरफा जीत दर्ज की। ठोक बजाते हुए फाइनल में आने वाली...

  • पाकिस्तान की किस्मत वाली उलटफेर

    भारत की जीत मगर आत्मविश्वास से भरी थी। सूर्यकुमार यादव जिस बेखौफ लय और बिंदास लगन से खेल रहे हैं वो भारत के लिए शानदार होगा। याद रहे, जीतने वाले को ही जगभलाई मिलती है। मगर हारने वाले को हरिनाम का ही सहारा रहेगा। बीसमबीस विश्व कप 2022  कुछ दिन होते हैं, फिर कुछ और दिन भी होते हैं। क्रिकेट का, और जीवन का भी सिलसिला ऐसे ही चलता है। दक्षिण अफ्रीका ने अपने चिर परिचित अंदाज में फिर विश्व कप में खुद का गला घोट लिया। भारत को आखिरी मैच खेलने से पहले ही सेमी-फाइनल में पहुंचा दिया। आत्महत्या...

  • बेगानी शादी में आस्ट्रेलिया दिवाना

    इंग्लैण्ड लड़खड़ाते हुए खेला, मगर जीत ही गया। सिडनी का पिच धीमा और स्पिन गेंदबाजी को मदद कर रहा था। गेंद पुरानी हो जाने पर शॉट मारना मुश्किल था। वो तो बेन स्टोकस् ने संयम रखा और एक-एक रन बना कर इंग्लैण्ड को पार लगाया।... और आस्ट्रेलिया, अपने ही घर में हो रहे अगले विश्व कप में जीत की दौड़ से बाहर हो जाएगी? लेकिन ऐसा हो गया है। इंग्लैण्ड बनाम श्रीलंका बीसमबीस विश्व कप 2022: अपन समझते हैं कि अपन ने सब देख लिया। लेकिन कभी कुछ ऐसा होता है जो अपन ने सोचा भी नहीं था। किसने सोचा...

  • दक्षिण अफ्रीका ने खुद अपने पांवों कुल्हाडी मारी!

    पाकिस्तान के खिलाफ दक्षिण अफ्रिका ने खुद ही अपना गला घोटा। बारिश ने तो उनकी हार बाद में निश्चित की लेकिन उससे पहले ही वे खुद का गला घोट चुके थे। सिडनी की बारिश से पहले ही अफ्रीका पर बादल छा गए थे। बारिश जब आयी तो अफ्रीका 69 रन पर 4 बल्लेबाज खो चुका था। बीसमबीस विश्व कप 2022 पाकिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका दक्षिण अफ्रीका के लिए कहा जाता है कि खेल के उत्कर्ष समय में वे खुद ही गला घोट लेते हैं। चोकर्स माने जाते हैं। अगर भारत के विरूद्ध वे अपनी इस अयोग्यता पर खरे नहीं उतरे...

  • लगता है यह विश्व कप कोहली का होगा?

    जब लिट्टन दास ने अपनी शैली में भारतीय गेंदबाजी को मारना शुरू किया तो सभी के होश उड़ने लगे। ...राहुल की चुस्त फिल्डिंग के कारण लिट्टन दास रन आउट हुए। भारत की जान में जान आई। रन बनाते रहने के दबाव में बांग्लादेश 8 रन पर 4 विकेट खो गया। बना बनाया मैच भारत छीन ले गया। बीसमबीस विश्व कप 2022 अर्शदीप ने जब आखिरी गेंद करते ही लहराते हाथों से राहत और जीत की उड़ान भरी तो देश की धड़कन भी सामान्य हुई। क्रिकेट प्रेमियों को सुकून मिला। इससे पहले एडिलेड मैदान पर जब बारिश हुई तो बांग्लादेश जीत...

  • इंग्लैण्ड बनाम न्यूज़ीलैण्ड: बटलर चला तो इंग्लैण्ड बचा!

    इंग्लैण्ड की इस जीत ने मेज़बान आस्ट्रेलिया को संकट में डाल दिया है। जहां न्यूज़ीलैण्ड को आयरलैण्ड से, और आस्ट्रेलिया को अफगानिस्तान से खेलना है वहीं इंग्लैण्ड को श्रीलंका से भिड़ना होगा। बीसमबीस विश्व कप 2022 इंग्लैण्ड विश्व कप में अपनी साख बचाने और बने रहने के लिए न्यूज़ीलैण्ड से खेल रहा था। कल इंग्लैण्ड ने सिर्फ अपने को बचाया ही नहीं, दमखम भी खूब दर्शाया। बीसमबीस क्रिकेट में अपनी योग्यता फिर जाहिर की। न्यूज़ीलैण्ड के भरसक प्रयास काम नहीं आए। चार-चार मैच खेल कर आस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड और इंग्लैण्ड पांच-पांच अंक पर हैं। आत्मविश्वास दिखाते हुए इंग्लैण्ड ने टॉस जीत...

  • आइरिश तो औसी कंगारूओं के सामने घासफूस!

    भारत जो मैच दक्षिण अफ्रीका से हारा उसमें टीम चयन पर सवाल है। पंत का न खेलना खल रहा है। पंत को अगले दो मैच में मौका देना होगा। सेमी-फाइनल से पहले सभी बल्लेबाजों को लय में लाना होगा। आस्ट्रेलियाई टीम का आयरलैण्ड से क्रिकेट खेलना वैसा ही था जैसे घर के पिछवाड़े खूली मस्ती में आनंद से चहल-कदमी करना। हुआ भी ऐसा ही। पड़ोसी न्यूज़ीलैण्ड से हारने के बाद आस्ट्रेलिया की भूख भयंकर होनी ही थी। घरेलू मैदान पर अगर आस्ट्रेलिया सेमी-फाइनल में नहीं पहुंचती है तो उनके लिए लानत की ही बात रहेगी। आस्ट्रेलिया को जो झटका लगना...

  • दक्षिण अफ्रीका से भारत को पांव जमीं पर रखने की सीख

    भारतीय गेंदबाजी ने लहराती हुई शानदार शुरूआत की। अफ्रीका के 24 रन पर तीन आउट हो गए थे। लेकिन फिर मारक्रम और मिलर ने धीमी मगर सूझबूझ भरी साझेदारी गढ़ी। दस ओवर तक संभल कर खेलने के बाद दोनों ने अपने हाथ खोले। अश्विन के एक ओवर में ही दो छक्के लगे और अफ्रीका के लिए मैच खुल गया। बीसमबीस विश्व कप 2022 दक्षिण अफ्रीका की जीत ने अगर भारत को पांव जमीन पर रहने सीख दी तो पाकिस्तान के पांव घर-वापसी की ओर बढ़ा दिए हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों अपना तीसरा मैच पर्थ की तेज और अत्यधिक...

  • सरिस्का, सरकार और समाज

    अनुपम मिश्र की समझ-सलाह, राजेन्द्र सिंह की कर्मठता और समाज की लगन ने जो बीज बोया था वह आज फला-फूला लग रहा है। इस बार की बारिश में बीस-तीस सालों की बरकत-हरकत साफ देखी जा सकती है। जयसमंद बांध, सिलिसेढ़ तालाब और देवरी गांव का कुआं लबालब भरे है। भू-जल गहरा, और कई सौ जलस्त्रोत साल-भर भरे रहते हैं। कोरोना काल में ब्रिटिश टीवी पत्रकार, प्रकृति इतिहासकार और लेखक डेविड एटनबरो की नेटफिल्मस् पर एक फिल्म आई थी- “अपने ग्रह पर एक जीवन।” उसमें वे कहते हैं कि मानव-दुनिया एक अनोखा और अद्भुत चमत्कार है। फिर भी हम इंसान जिस...

और लोड करें