सर्वजन पेंशन योजना
  • हिंदुत्व की तेज होती चाल

    भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा हो या कांग्रेस दोनों को हिंदुत्व की पिच रास आ रही है। एक तरफ जहां भाजपा और उसकी सरकार जिहादियों की जद से संस्थाओं को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है और प्रखर हिंदुत्ववादी छवि बनाने की कोशिश कर रही है वहीं अब कांग्रेसी भी सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर तेजी से बढ़ रही है। दरअसल, देश में हो या प्रदेश में चुनावी मौसम में धर्म और राजनीति का तड़का थोक में वोट की व्यवस्था कर देता है। सो, अपने-अपने हिसाब से राजनीतिक दल ऐसे मुद्दों पर फोकस बनाने लगते हैं।...

  • जीतने के लिए जातियों की जमावट

    भोपाल। प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव चौखट पर आ गए ऐसे में चुनावी जंग जीतने के लिए जातियों की जमावट को बड़े करीने से किया जा रहा है जिससे कि अभूतपूर्व होने जा रहे इन चुनावों में फतह हो सके इसके लिए संख्या बल के आधार पर समाज में स्वीकार्यता के आधार पर जातियों के कल्याण बोर्ड बन रहे हैं उनकी मांगें मानी जा रही है थोक में वोट प्राप्त करने का सिलसिला लगाया जा रहा है। बहरहाल राजधानी भोपाल में रविवार को ब्राह्मण समाज ने जहां हुंकार भरी वही किरार धाकड़ समाज ने दी अपना सम्मेलन किया। इसके...

  • मप्र: सतह पर आई भाजपा की गुटबाजी

    भोपाल। केवल दीपक जोशी ने ही भाजपा नहीं छोड़ी है बल्कि पूरे प्रदेश में जगह-जगह से जिस तरह से भाजपा नेताओं के बयान आ रहे हैं उससे भाजपा की अंदरूनी कलह अब सतह पर आ गई है। माना जा रहा है पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व जल्द ही गुटबाजी के नासूर का ऑपरेशन करेगा। 28 मई को संसद भवन के उद्घाटन के बाद प्रदेश पर फोकस किया जाएगा। दरअसल, प्रदेश और देश में लगातार सरकार में रहने के कारण कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच जहां फासला बना वहीं नेताओं के बीच सत्ता में भागीदारी को लेकर प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी लेकिन अब...

  • चुनावी संघर्ष सोशल मीडिया के सहारे

    भोपाल। जिस तरह से दिन प्रतिदिन सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ता जा रहा है उसको देखते हुए अब राजनीतिक दल भी चुनावी संघर्ष को जीतने के लिए सोशल मीडिया को सबसे बड़ा सहारा मान रहे हैं। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस सोशल मीडिया को सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। दरअसल अब आम हो या खास हर हाथ में मोबाइल है। सेकंड में सूचनाएं लाखों-करोड़ों लोगों तक पहुंचती है और राजनीतिक दलों को अपना पक्ष जनता के बीच पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ा माध्यम नजर आ रहा है। यही...

  • मध्यप्रदेश: कसावट की कार्यसमिति

    भोपाल। 19 मई को प्रदेश कार्यालय में होने वाली भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक पार्टी पदाधिकारियों के साथ-साथ पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। सुबह 9:00 से शाम 6:30 बजे तक विभिन्न सत्रों में चलने वाली इस बैठक के माध्यम से पार्टी बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक कसावट के लिए कसरत करेगी। दरअसल विभिन्न सर्वे रिपोर्ट और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पार्टी किसी भी प्रकार के अति आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहती और बड़ी बैठक के माध्यम से कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों और निर्वाचित भाजपा के जनप्रतिनिधियों में जीत का मंत्र फंूकना चाहती है।...

  • सत्ता के लिए आधी आबादी पर फोकस

    भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए सत्ता संघर्ष दिन प्रतिदिन तेज होता जा रहा है। यह संघर्ष प्रतिद्वंदी दलों के बीच तो हो ही रहा है दलों के अंदर भी अंदरूनी घमासान जारी है। इसके बावजूद दोनों दलों का फोकस आधी आबादी को साधने का है क्योंकि सत्ता का रास्ता यहीं से निकलेगा। दरअसल, आजादी के बाद प्रदेश और देश में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं को अवसर दिया गया हो और उन्होंने कीर्तिमान ना रचे हो। प्रदेश में ऐसा माहौल दोनों ही दलों द्वारा...

  • दल बदल के दौर में दिग्गज भी भर रहे दम

    भोपाल। प्रदेश और देश में चुनावों का मौसम आ गया है और चुनाव आते ही दलबदल होने लगता है लेकिन इस बार समय से पहले और दिग्गज नेताओं द्वारा दलबदल की शुरुआत कर देने से अब अपनों को संभालने की नई चुनौती दलों के सामने होगी। दरअसल, चुनावी दौर में नेताओं का दलबदल करना आम बात है लेकिन जब पार्टी का ऐसा चेहरा दल छोड़ें जो ना केवल महत्वपूर्ण पदों पर रहा हो वरन पार्टी की स्थापना से लेकर अब तक पार्टी के प्रति समर्पित रहा हो तब जरूर यह चर्चा शुरू हो जाती है कि आखिर ऐसा क्या हुआ।...

  • सत्ता वापसी के लिए घर वापसी

    भोपाल।प्रदेश में मिशन 2023 की तैयारियों में जुटे भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकार इस समय कार्यकर्ताओं को मनाने और पार्टी से दूर चले गए नेताओं को घर वापसी करने पर जोर दे रहे हैं खासकर सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी उन नेताओं को वापस ला रही है जिन्हें पार्टी ने कुछ महीने पहले ही निलंबित किया था। दरअसल 2018 की तरह एक बार फिर प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले के आसार बन गए हैं क्योंकि दोनों ही दल करो या मरो की तर्ज पर समय से पूर्व ही है चुनावी तैयारियां करने में जुट गए हैं।...

  • मप्र चुनाव: उपेक्षितों को उपकृत करने पदों के पुरुस्कार

    भोपाल। सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस तेजी से उपेक्षित कार्यकर्ताओं और नेताओं को उपकृत करने में जुट गई है जिससे कि चुनावी दौर में मजबूत टीम तैयार की जा सके हालांकि भाजपा के पास उपकृत करने के लिए सत्ता और संगठन है तो कांग्रेस के पास केवल संगठन और सरकार बनने के बाद पदों के आश्वासन है। दरअसल जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं कार्यकर्ता और नेता अपने अस्तित्व का भान जनों को कराने लगे हैं और दलों के रणनीतिकार भी भली-भांति समझ गए हैं कि चुनाव के पहले जितना हो सके अधिकतम अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को उपकृत...

  • विंध्य को साधगे मोदी

    भोपाल। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रीवा पहुंचेंगे जहां विंध्य सहित पूरे प्रदेश को अरबों रूपए की सौगात देंगे मोदी के दौरे को ऐतिहासिक बनाने के लिए जोरदार तैयारियां की जा रही है प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का या दूसरी बार विंध्य क्षेत्र का दौरा हो रहा है। दरअसल त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव के बाद पहली बार पंचायत प्रतिनिधियों का एक ऐसा सम्मेलन हो रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं पूरे देश में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर कार्यक्रम होंगे लेकिन मध्यप्रदेश का यह कार्यक्रम सबसे महत्वपूर्ण हो...

  • चढ़ता सियासी पारा

    भोपाल। भले ही भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूल सुबह के कर दिए गए हो लोगों ने कम से कम बाहर निकलने की योजना बनाई हो लेकिन सत्ता के लिए बेताब राजनीतिक दलों की योजना ना घर बैठेंगे ना किसी को बैठने देंगे चाहे कार्यकर्ता हो पदाधिकारी हो फिर राष्ट्रीय नेता विधायकों सांसदों मंत्रि हो मुख्यमंत्री हो सभी को जनता के बीच रहने के निर्देश मिल चुके हैं। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों को 15 मई से 15 जून तक क्षेत्र में रहने के निर्देश दिए हैं इस दौरान कोई भी सांसद घर पर आराम नहीं...

  • बुंदेलखंड का फोकस

    भोपाल। बुंदेलखंड में मजबूत जड़ें जमा चुकी भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का फोकस इस इलाके में बना हुआ है 1 सप्ताह के भीतर दो पूर्व मुख्यमंत्री इस इलाके में ललकार चुके हैं लेकिन जिस तरह से भाजपा के नेता क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं उससे कांग्रेस की चुनौती आसान नहीं है। दरअसल बुंदेलखंड का इलाका ऐसा है जहां पिछले दो दशक से लगातार भाजपा 4 लोकसभा के चुनाव जीत रही है और विधानसभा की 26 सीटों में से भी अधिकांश सीटें भाजपा के खाते में जाती हैं लेकिन इस बार कांग्रेस बुंदेलखंड...

  • सौगातों से चंबल साधने की कोशिश

    भोपाल। ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सौगातों की झड़ी लगा दी वही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंबेडकर को विदेश में पढ़ाई कराने राज खोलते हुए ससुराल का योगदान बताया। दरअसल, प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे दोनों ही प्रमुख भाजपा और कांग्रेस वोटरों को साधने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। खासकर सत्तारूढ़ दल भाजपा एक तरफ जहां बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत कर रही है। वहीं सरकार के निर्णय से सौगात दी जा रही हैं जैसा कि रविवार को ग्वालियर में...

  • संत समागम और धर्म रक्षा यात्रा से सत्ता की यात्रा

    भोपाल। राजनीतिक दलों में चुनावी घोषणा पत्र जारी करते समय विकास के मुद्दों की एक से बढ़कर एक योजनाएं रहती हैं। भाषणों बयान भी विकास पर होते हैं लेकिन जब जब चुनाव आते हैं तब तब जाति और धर्म का बोलबाला मैदान में दिखाई देने लगता है क्योंकि थोक में वोट प्राप्त करने का यह रास्ता सरल लगता है। दरअसल, अंबेडकर जयंती के बहाने दलितों को साधने की लगभग सभी दल कोशिश करते हैं। अंबेडकर जयंती पर बाबा साहब की जन्मस्थली महू में आज दिग्गज नेताओं का जमावड़ा होने जा रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ,...

  • मतदाताओं की दुविधा बढ़ाने वाले चुनाव

    भोपाल। जिस तरह से प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ तीसरी ताकत के रूप में भीम आर्मी, आप, जयस, बसपा और सपा अभी से जोर लगा रहे हैं उससे इतना तो तय है कि पहली बार प्रदेश में मतदाता दुविधा में रहेगा कि कौन किसको हरायेगा। दरअसल 2023 विधानसभा चुनाव के लिए जहां भाजपा और कांग्रेस कमर कस चुकी है और ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं छोड़ रही हैं जहां कमजोर कड़ी के कारण चुनावी पराजय हो बूथ मैनेजमेंट भाजपा का चुनाव जीतने का आजमाया हुआ अस्त्र है। उसी को और माइक्रो मैनेजमेंट की ओर...

  • भाजपा ने दिग्गज नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी

    भोपाल। चुनावी तैयारियों में जुटी सत्ताधारी दल भाजपा ने प्रदेश में रूठे और असंतुष्ट कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी 14 दिग्गज नेताओं को सौंपी है जिनमें तीन पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और संगठन और सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेता शामिल है और जिनकी कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी छवि है। दरअसल, प्रदेश में मिशन 2023 भाजपा और कांग्रेस के लिए “करो या मरो” जैसी स्थिति में है क्योंकि 2018 के चुनाव परिणाम लगभग बराबरी के थे जहां भाजपा 15 वर्षों के बाद सत्ता से बाहर हुई थी। वही कांग्रेस को सत्ता में आने की उम्मीद बनी थी। यही कारण...

  • भाजपा और उभारेगी भगवा रंग

    भोपाल। भगवा रंग के सहारे शून्य से शिखर पर पहुंची भाजपा इस बार पार्टी के स्थापना दिवस पर भगवा रंग को और गाढ़ा करेगी क्योंकि पार्टी के स्थापना दिवस 6 अप्रैल को ही हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाना है। यही कारण है कि पार्टी ने भूत स्तर से लेकर प्रदेश पार्टी कार्यालय तक धार्मिक आयोजन और भगवा रंग से पार्टी कार्यालय को सजावट करने का कार्यक्रम बनाया है। दरअसल, जिस आधार पर पार्टी को सफलता मिलती है वह उसी को लगातार आगे बढ़ाती रहती है। हिंदुत्व की पैरवी करते हुए भगवा रंग उठाकर जब भाजपा चली थी तब शायद उसे भी...

  • सरकार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे दोनों दल

    भोपाल। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा का प्रादेशिक नेतृत्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं वहीं विपक्षी दल कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ रही है। एक तरफ जहां वचन पत्र में आकर्षक मुद्दे शामिल किए जा रहे हैं वहीं साफ्ट हिंदुत्व पर भी फोकस बनाए हुए हैं। दरअसल, रविवार को जिस किसी ने भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के भवन को देखा तो वह भौचक्का रह गया क्योंकि कांग्रेस भवन भगवा में नजर आ रहा था क्योंकि कार्यालय में धर्म संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जिसमें प्रदेश भर के मठ...

  • माहौल और मैनेजमेंट से मजबूती की उम्मीद

    खरगोन I प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भारी मशक्कत राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही है। माहौल बनाने के लिए जहां नेताओं के दौरे और बयानों में धार दी जा रही हैं। वही मैनेजमेंट का ऐसा तड़का लगाया जा रहा है जिसमें एक-एक मतदाता तक पहुंच सके और चुनाव के पहले ही उसका मूड भांपकर उसकी मन.. स्थिति दल के पक्ष में बनाई जा सके। दरअसल, विधानसभा चुनाव 2018 के परिणाम दोनों ही दलों को सतर्क और सावधान किए हुए हैं। भाजपा जब लगातार चौथी बार सरकार बनाने की बात कर रही थी और कांग्रेस मुक्त प्रदेश बनाने...

  • जीत के लिए जमावट और जज्बात

    प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव 2023 के लिए किसी भी हालत में जंग जीतने जैसी भावना के साथ तैयारियां तेज हो गई हैं एक तरफ बूथ स्तर पर जमावट चल रही है तो दूसरी ओर नेता जज्बाती भी हो रहे हैं और घोषणाओं को करने की होड़ लग गई है। दरअसल प्रदेश में समय से पहले चुनावी माहौल गरमाने लगा है दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस तू डाल डाल मैं पात पात की तर्ज पर तैयारियां कर रहे हैं भाजपा ने 1000 रुपए लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं को देने की घोषणा की है। 25 मार्च से...

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