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  • ‘ठग’ से ‘सज्जन’ और ‘झूठ’ से ‘सत्य’ कैसे लड़े!

    यदि ठग व्यक्ति, झूठ बोलने में गुरू हो तो करेला नीम पर चढ़ा। तभी इन दिनों डोनाल्ड ट्रम्प जैसा ठग और झूठा राजनीति का प्रतिमान है। कोई आश्चर्य नहीं जो हाल में उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन...

  • मानव त्रासदी की यह सदी!

    सैकड़ों लोगों का तीर्थयात्रा के दौरान मरना पैगम्बर की लीला है या मनुष्य की? सोच नहीं सकते कि हज की यात्रा में मक्का-मदीना में भी इतने लोग मरेंगे और ऊपर से सऊदी अरब बताएगा भी...

  • सच्चाई

    इक्कीसवीं सदी भारत की उम्मीदों की थी और है। सभी को अच्छा, खुशहाल समय आता लगा था। संयोग जो शताब्दी के प्रारंभ में, 2001 में गुजरात प्रदेश नए नेतृत्व, नई राजनीति, नए तेवर और नए...

  • आभार!

    हां, धन्यवाद उस जन का, उस मन का जिनके विवेक ने भारत का मान रखा। लोकतंत्र की गरिमा लौटाई। विश्व में भारत के प्रति आस्था बनवाई। देश को अर्ध लोकतांत्रिक, अर्ध अधिनायकवादी धुंध से बाहर...

  • चुनाव 2024 का सत्य

    गौर करे, इन पंक्तियों पर! हां, आग्रह है आम चुनाव 2024 के पचहत्तर दिनों में मेरे लिखे कॉलम ‘अपन तो कहेंगे’ और ‘गपशप’ के शीषर्क, और उनके सार-संक्षेप (विस्तार से पूरा पढ़ना हो तो www.nayaindia.comविजिट...

  • अंहकार हारा, वानर सेना जीती!

    भारत के लोकतंत्र ने फिर इतिहास रचा। मर्यादा की वानर सेना अहंकार को हरा कर जीत गई। अयोध्या में श्रीराम की उंगली पकड़ उन्हें उनके घर लौटाने का दंभ हार गया। कोई न माने इस...

  • ट्रंप के जेल जाने के दिन!

    अमेरिका को सलाम! उसके लोकतंत्र का फिर यह कमाल जाहिर कि कानून से ऊपर कोई नहीं! निश्चित ही अमेरिका को मशाल लिए लिबर्टी की देवी से स्वतंत्रता, लोकतंत्र, न्यायप्रियता और सत्यता का वरदान प्राप्त है।...

  • संघ के भगवान (मोदी) क्या सेना का भी उपयोग करेंगे?

    पहली बात जब सभी संस्थाओं अदालत, चुनाव आयोग, संसद, मीडिया आदि से मनमानी की है तो सेना के उपयोग में क्या हर्ज? दूसरी बात नरेंद्र मोदी बतौर भगवान अपने को जब भारत का भाग्य विधाता...

  • चुनाव अब जनमत संग्रह!

    इतिहास बनता लगता है। जनवरी में जो देश अबकी बार चार सौ पार के हुंकारे में गुमसुम था वह मई में विद्रोही दिख रहा है। इसलिए चुनाव अब जनमत संग्रह है। और इसका मुद्दा है...

  • नरेंद्र मोदी और गोबर भारत!

    यों गाय, गोबर और गोमूत्र अपनी पहचान है। पांच हजार वर्ष पहले गाय की उपादेयता में पूर्वजों ने जो माना था वह अब कलियुगी रूप में है। गोबर में लक्ष्मी का वास और गोमूत्र में...

  • मोदी का सिक्का, हुआ खोटा!

    मैंने 29 अप्रैल को लिखा था, ‘उम्मीद रखें, समय आ रहा है’! और दो सप्ताह बाद आज क्या तस्वीर? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के जिस सिक्के से देश चार सौ पार सीटों में खनका...

  • उम्मीद रखें, समय आ रहा!

    यों रावण ने भी राम को थका दिया था। वह अजय भाग्य जो पाए हुए था। लेकिन समय के आगे भला अहंकार कितना दीर्घायु होगा? इस सत्य को मैंने बतौर पत्रकार, 12 प्रधानमंत्रियों के आने-जाने...

  • भाजपा फंसी!

    भाजपा फंस गई है। तय मानें 400 पार की सुनामी तो दूर भाजपा की आंधी और हवा भी नहीं है। यदि पहले चरण की 102 सीटों पर हुए मतदान के प्रतिशत व भाजपा के अभेद...

  • भगवान श्री मोदी की ‘गारंटी’!

    हिंदुओं के भगवान हिंदुओं को ‘गांरटी’ नहीं देते हैं लेकिन सन् 2024 के चुनाव में हम हिंदुओं को एक ऐसा भगवान मिला है जो ‘गारंटी’ देता है। मतलब मैं भारत को सोने की चिड़िया बना...

  • 2024 के भारत आईने का सत्य!

    वक्त का आईना है राजनीति। नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, योगी आदित्यनाथ, एकनाथ शिंदे, अरविंद केजरीवाल और तमाम तरह के दलबदलू नेताओं से लेकर ममता, स्मृति, कंगना, अडानी, अंबानी मौजूदा समय के वे भारतीय ब्रांड मैनेजर,...

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