…और अब नाम – पहचान पर धर्मयुद्ध…?
भोपाल । आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि समूचा विश्व एक दमघोटू माहौल में जीनें को मजबूर है, साम्प्रदायिकता का यह जहरीला धुंआ हर किसी के दिल-दिमाग में घुटन पैदा कर रहा है, भारत का...
भोपाल । आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि समूचा विश्व एक दमघोटू माहौल में जीनें को मजबूर है, साम्प्रदायिकता का यह जहरीला धुंआ हर किसी के दिल-दिमाग में घुटन पैदा कर रहा है, भारत का...
भोपाल। सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले के माध्यम से अब तक चली आ रही उन दुर्भावनापूर्ण सीबीआई जांचों पर पाबंदी लगा दी है, जिसका अब तक मुख्य आधार राजनीतिक विद्वेष होता रहा है,...
भोपाल। अब आज के मौजूदा राजनीतिक माहौल को देखकर देश का हर जागरूक नगारिक यह सोचों को मजबूर है कि आजादी के बाद के अब तक के इतने वर्षों में देश का आम नागरिक तो...
भोपाल। इन दिनों देश पूरी तरह चुनावी रंग में रंगा हुआ है, देश की आधी लोकसभा सीटों के लिए चुनाव निपट चुका है और अगले तीन सप्ताह में शेष सीटों पर भी मतदान हो जाएगा,...
भोपाल। आज देश के प्रजातंत्र के भविष्य को संवारने का दिन है, इसलिए आज किसी ओर की नहीं, सिर्फ अपने दिल-दिमाग और मन की सुने और इन्हीं की सलाह पर प्रजातंत्र के महायज्ञ में अपनी...
भोपाल। विश्व के सभी प्रजातंत्रीय या लोकतंत्री देश हमारे देश के संविधान की न सिर्फ तारीफ करते हैं, बल्कि अमेरिका जैसे देशों ने तो उसकी नकल भी की है, किंतु आज जब हमारे संविधान को...
भोपाल। पिछले कुछ सालों के चुनावी आंकड़ों से यह स्पष्ट हो रहा है कि देश में होने वाले हर चुनाव में मतदान के प्रतिशत में पिछले चुनाव की अपेक्षा कमी होती जा रही है, यद्यपि...
भोपाल। विश्व के सबसे बड़े और प्राचीन लोकतंत्री देश भारत की आजादी के पचहत्तर वर्ष बाद आज विश्वस्तर पर यह चिंता व्यक्त की जा रही है कि क्या भारत में लोकतंत्र के प्रति आस्था में...
भोपाल। विश्व के देशों के लिए ‘आदर्श’ माना गया भारतीय लोकतंत्र आखिर एक दशक के एक पार्टी के शासन के बाद अगले चुनाव में डरा-सहमा सा नजर क्यों आता है? यह सवाल प्रधानमंत्री मोदी के...
भोपाल । अब जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव निकट आते जा रहे है वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है, अभी से चुनाव के प्रथम चरण टिकट वितरण में ही भागादौड़ी और भागदौड़ के बीच स्पर्द्धा का...
भोपाल। इतिहास हर जगह अपने आपको दोहराता है, फिर चाहे राजनीति ही क्यों न हो? आज से अर्द्धशतक वर्ष पहले अपनी ‘दादागिरी’ के बलबूते पर जहां कांग्रेस नैत्री इंदिरा जी ने देश में आपातकाल लगाकर...
भोपाल । क्या नरेन्द्र भाई मोदी ने अपनी राजनीतिक दूरदर्शिता का परिचय देते हुए अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल के श्रीगणेश पर ही तीसरे कार्यकाल की इबारत लिख दी थी? यह सवाल आज इसलिए पूछा...
भोपाल। आज देश व देशवासियों के हालात देखकर मुझे आज से करीब छः दशक पहले की फिल्म ‘मदर इण्डिया’ के एक प्रसिद्ध व लोकप्रिय गीत की कुछ पंक्तियां याद आ रही है, जिसमें आज की...
भोपाल।अपने भारत के राजनीतिक दलों की अग्नि परीक्षा की तिथियां अगले सप्ताह घोषित हो जाएगी, किंतु देश का आम मतदाता आज के राजनेताओं के नए-नए चुनावी पैंतरों और दांवों को लेकर आश्चर्य चकित है, उसे...
भोपाल। भारत में हर पांच वर्ष में होने वाले राजनीतिक महासमर की तारीखें चाहे अभी तय नहीं हुई हो, किंतु ‘महाजीत’ के नारों के साथ राजनीतिक दलों ने अपने यौद्धाओं की तैनाती अवश्य शुरू कर...