पहलगाम कांड और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए 33 देशों के दौर पर गए भारत के सात डेलिगेशन के लौटने के बाद पहली बार इसके किसी सदस्य ने सवाल उठाया है। विदेश दौरे पर गए विपक्षी सांसदों और नेताओं ने भी मोटे तौर पर डेलिगेशन के दौरे को सफल बताया और दावा किया कि दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने इन डेलिगेशन की कामयाबी पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि 33 देशों के दौरे पर गए डेलिगेशन के सदस्यों से पूछना चाहिए कि कितने देशों ने पाकिस्तान के मसले पर भारत का साथ दिया। इसका मतलब है कि देश में विपक्षी पार्टियां जो कहती रही हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ कोई मुल्क भारत के साथ नहीं आया, वह सही है।
ध्यान रहे अभिषेक बनर्जी जिस समय विदेश दौरे पर थे और दुनिया के सामने भारत की बात रख रहे थे उस समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता जाकर ममता बनर्जी पर हमला किया था और कहा कि ममता ने पहलगाम कांड की आलोचना नहीं की और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार का समर्थन नहीं किया। ऐसा लग रहा है कि अमित शाह की ओर से लगाए गए इन आरोपों का जवाब देने के लिए पार्टी की ओर से अभिषेक बनर्जी को आगे किया गया है। उन्होंने कहा है कि विदेश गए डेलिगेशन को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। पाकिस्तान के मसले पर किसी ने भारत का साथ नहीं दिया। आतंकवाद के खिलाफ बयान भी एक रटी रटाई बात है, जो सारे देश कहते हैं। अब देखना है कि कोई और विपक्षी सांसद इस लाइन पर आगे कुछ बोलता है या नहीं।