नई दिल्ली। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को सीधी चेतावनी दी है। उन्होंने उससे परमाणु समझौते पर दस्तखत करने को कहा है और साथ ही ईरान के लोगों से राजधानी तेहरान खाली करने को कहा है। ट्रंप की इस चेतावनी के बाद तेहरान में भगदड़ मची है। लोग राजधानी छोड़ कर भाग रहे हैं। इस बीच राष्ट्रपति ट्रंप जी-7 सम्मेलन बीच में छोड़ कर अमेरिका लौट गए हैं। व्हाइट हाउस ने बताया कि मध्य पूर्व में तनाव के चलते ट्रंप ने यह फैसला किया है।
ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया में कहा, ‘मैं सीजफायर के लिए वॉशिंगटन नहीं लौट रहा हूं। बात उससे कहीं बड़ी है’। इससे पहले उन्होंने ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘ईरान को परमाणु समझौते पर दस्तखत करने चाहिए। ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता है। मैंने यह बार बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए’। वापस लौटने के मसले पर ट्रंप ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी बेहद बदतमीजी भरा जवाब दिया। मैकों ने कह दिया कि ट्रंप सीजफायर की वजह से लौटे हैं तो ट्रंप ने सोशल मीडिया में लिखा है कि मैक्रों हमेशा गलत होते हैं।
इससे पहले, ट्रंप ने जी-7 सम्मेलन शुरू होने से पहले कहा कि ईरान यह जंग हार रहा है। उन्होंने बात करने में देर कर दी। जी-7 सम्मेलन में ट्रंप ने कई किस्म के विवाद भी खड़े किए। सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका और कनाडा के झंडे वाली पिन अपने कोट पर लगाई। गौरतलब है कि, ट्रंप कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका का 51वां राज्य बनाना चाहते हैं। वहीं कनाडा हर बार इसका विरोध करता रहा है। सम्मेलन से पहले ट्रंप ने यह भी कहा कि, ‘जी-7 पहले जी-8 हुआ करता था। बराक ओबामा और ट्रूडो दो ऐसे शख्स थे जो रूस को इसमें शामिल नहीं करना चाहते थे। और मैं कहूंगा कि यह एक गलती थी’।