रूस हितैषी ट्रंप आखिर क्या चाह रहे?
किसने कल्पना की थी एक दिन ऐसा भी आएगा जब रूस को अमेरिका दुश्मन की तरह देखना बंद करेगा? इतना ही नहीं वह यूक्रेन मसले पर साथी योरोपीय देशों को हैरान करेगा? मैंने अकादमिक वर्षों में एक ही दुनिया पढ़ी थी। मॉस्को कोई साधारण राजधानी नहीं बल्कि वह डरावनी छाया है जिसकी चिंता में हर अमेरिकी फ़ैसला होता है। तब शीत युद्ध एक स्थायी, लगभग भूगर्भीय यथार्थ था। कूटनीति के सभी सिद्धांत सोवियत ख़तरे के इर्द-गिर्द लिखे गए। उसी को रोकने के लिए सिद्धांतों और संधियों का जन्म हुआ। हमें बताया गया कि यह प्रतिद्वंद्विता संरचनात्मक है। इसके नरम पड़ने...