donald trump

  • मस्क की बल्ले, बल्ले!

    पिछले कुछ महीनों से ट्रंप के साथ अगर कोई जबरदस्त जुगलबंदी कर रहा था तो वे थे एलन मस्क। राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान सबसे बढ़-चढ़कर लफ्फाजी करने वालों में मस्क अग्रणी थे। ट्रंप की एक रैली में उछल-कूद मचाते हुए उन्होंने दावा किया था कि वे न केवल मागा (A MAGA) हैं बल्कि वे एक बर्बर डार्क गौथिक मागा हैं। ट्रप के पक्ष में माहौल बनाने के लिए मस्क ने ‘एक्स’ का भरपूर इस्तेमाल किया। उन्होंने ट्रंप समर्थकों और उनकी टीम को अपनी बात कहने के लिए एक्स का मंच दिया। मस्क ने खुद के एक्स एकाउंट पर जो...

  • स्वागत है सन् 2016 में!

    दुनिया को बदलाव के दौर के लिए अपनी कमर कस लेनी चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं और वे व्हाइट हाउस के नए किरायेदार बनते ही “पूरे घर को बदल डालूँगा”  के अंहकार में काम करने का निश्चय किए हुए है। वे कईयों को नाराज़ करेंगे, उथल-पुथल मचाएंगे और शायद इजराइल व रूस को मनमानी करने देंगे। यूरोप बहुत परेशान रहेगा।, दुनिया में अति दक्षिणपंथियों का हौसला बढ़ेगा। दुनिया के शक्ति संतुलन में बदलाव आएगा। ट्रंप मार्का आर्थिकी की वापसी होगी। अंतर्राष्ट्रीय रिश्ते पहले से ज्यादा इस हाथ दे, उस हाथ ले पर आधारित हो जाएंगे।...

  • व्हाइट हाउस में भारत का दोस्त

    ट्रंप का एक और भाषण जो भारत में बहुत प्रसारित हुआ उसमें उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया। ट्रंप ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहा है वह बर्बर है। दुनिया का कोई नेता, जब बांग्लादेश में प्रताड़ित हो रहे हिंदओं के पक्ष में खड़ा नहीं हुआ तो ट्रंप हुए। क्या यह कोई मामूली बात है? क्या इस पर भारत के लोगों को खुशी नहीं मनानी चाहिए? सुनील सरावगी डोनाल्ड ट्रंप लौट आए हैं। अमेरिका के इतिहास में 131 साल में वे पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने कमबैक किया है। चार साल...

  • ट्रंप से भारत के लिए क्या?

    दीपावली के अवसर पर ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त बताया था। साथ ही अपनी सरकार आने पर दोनों देशों के बीच की साझेदारी को और आगे बढ़ाने का वादा किया था। ट्रंप बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की कड़ी निंदा भी कर चुके हैं। अमेरिका में रिपब्लिकन प्रत्याक्षी डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। वे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे। सामरिक-आर्थिक रूप से विश्व के सबसे ताकतवर देशों में से एक होने के कारण शेष दुनिया...

  • ट्रंप जैसों का मुकाबला कैसे संभव?

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिका में हिंदुओं को क्या मिलेगा?

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिका के अगले राष्ट्रपति से बात करने को तैयार: पुतिन

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • आखिर पुतिन ने ट्रंप को दी बधाई

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • ट्रंप का अचंभा, अमेरिका पर सवाल!

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  • ट्रंप से यूरोप चिंतित

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  • कोऊ नृप होंऊ हमें का हानि…?

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  • ट्रंप से भारत में किस बात की खुशी?

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  • जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर दी बधाई

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिका में डेमोक्रेटस और भारत में कांग्रेसी!

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिका को महान बनाऊंगाः ट्रंप

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिकी संसद में भी ट्रंप की पार्टी को बहुमत

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • मोदी ने ट्रंप को बधाई दी, पुतिन ने नहीं दी

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • डॉनल्ड ट्रंप की वापसी

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • मेरे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत की हार्दिक बधाई: पीएम मोदी

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

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