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  • ट्रंप का चीन पर सौ फीसदी टैरिफ

    नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आखिरकार चीन के खिलाफ भी टैरिफ वॉर शुरू कर दिया। उन्होंने चीन के ऊपर एक सौ सौ फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। बढ़ाया हुआ टैरिफ एक नवंबर से लागू हो जाएगा। ट्रंप ने यह फैसला चीन की ओर से रेयर अर्थ मैटेरियल्स यानी दुर्लभ खनिज के निर्यात की नीति को सख्त बनाने के फैसले के जवाब में किया। ट्रंप ने चीन पर टैरिफ बढ़ाने के साथ साथ की अहम सॉफ्टवेयर को निर्यात को भी नियंत्रित करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि अमेरिका ने पहले से चीन पर 30...

  • ट्रंप को नहीं मचाडो को शांति का नोबल

    नई दिल्ली। नोबल पुरस्कार का फैसला करने वाली समिति ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नाराजगी की परवाह नहीं की। उसने ट्रंप के लिए हुए तमाम नामांकनों और ट्रंप की मांग को खारिज कर दिया। नोबल पुरस्कार समिति ने वेनेजुएला में तानाशाही के खिलाफ लगातार संघर्ष करने वाली और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लड़ने वाली मारिया मचाडो को शांति के नोबल पुरस्कार के लिए चुना है। वे वेनेजुएला की विपक्षी नेता हैं। इस चयन से ट्रंप और उनका प्रशासन नाराज है। वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया मचाडो ने अपने देश में लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से...

  • पर ट्रंप को क्या ‘नोबेल तमंगा’ मिलेगा?

    डोनाल्ड ट्रंप के लिए शांति का अर्थ कभी युद्ध समाप्त करना नहीं बल्कि  हेडलाइन जीतना का रहा है। और उसके बाद फिर नोबेल पुरस्कार। इस कार्यकाल की शुरुआत से ही ट्रंप की निगाह ओस्लो पर रही है। राष्ट्रपति पद बस मंच था; तमगा था लक्ष्य। इसलिए वे जब दोबारा ओवल ऑफ़िस लौटे, तो वे एक जलती हुई दुनिया में भी सहज दिखे। आख़िर, युद्ध तो ऐसे शख़्स के लिए सबसे सुंदर पृष्ठभूमि है जो खुद को “शांति निर्माता” कहता है। उनकी विदेश नीति की शैली — अगर इसे नीति कहा जा सके — प्रदर्शन और दबाव का मिश्रण रही है।...

  • भारत के पक्ष में 21 अमेरिकी सांसदों की चिट्ठी

    वॉशिंगटन। अमेरिका के 21 सांसदों ने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चिट्ठी लिख कर भारत के साथ रिश्ते ठीक करने की मांग की है। यह चिट्ठी सांसद डेबोरा रॉस और रो खन्ना ने मिल कर आठ अक्टूबर को भेजी। उन्होंने कहा कि भारत से आने वाले सामान पर भारी टैरिफ लगाने से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ अमेरिका की दोस्ती को नुकसान हो रहा है। इससे दोनों देशों को परेशानी हो रही है। सांसदों ने अपनी चिट्ठी में चेतावनी दी कि अगर टैरिफ बढ़ता रहा, तो अमेरिकी लोगों को महंगा सामान खरीदना पड़ेगा और कंपनियों को नुकसान...

  • ट्रंप का गाज़ा में “कॉमर्शियल ब्रेक” कराना!

    ट्रंप का ताजा युद्धविराम भी “नोबेल महत्वाकांक्षा” से भरा लगता है—घरेलू संकटों के बीच एक चमकदार विरासत की कोशिश। पर इस बार भी व्यवहारिक समस्याएं हैं। बंधक रिहाई का कार्यक्रम, तब जबकि गाज़ा के बंदरगाह बर्बाद हैं; पुनर्निर्माण के लिए अरब पूंजी को स्थायित्व पर भरोसा नहीं। दो-राष्ट्र ढांचे या यरूशलम पर समानता के बिना यह फिर हिंसा का ईंधन बनेगा। अरब देश तालियां तो बजा रहे हैं, पर असल में सभी मन ही मन इसे जातीय सफ़ाया मानते हैं।  नाज़ुक युद्धविराम की छाया में गाज़ा विनाश की कगार पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की साहसिक 20-सूत्रीय “शांति योजना”...

  • स्टेबलकॉइन की चुनौती

    वित्त मंत्री के बयान को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए कि बदले हालात में तमाम देश अब स्टेबलकॉइन्स को नजरअंदाज नहीं कर सकते। इसलिए कि स्टेबलकॉइन जैसे आविष्कार मुद्रा एवं पूंजी के प्रवाह का रूप बदल रहे हैं। डॉनल्ड ट्रंप के दौर में क्रिप्टो करेंसी- खासकर स्टेबलकॉइन्स को मिली स्वीकृति तमाम देश के लिए एक चुनौती के रूप में आई है। ट्रंप काल से पहले क्रिप्टो बाजार पूरी तरह निजी क्षेत्र में था। अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल खुद ट्रंप क्रिप्टो करेंसी को लेकर अस्वीकार का भाव रखते थे। मगर दूसरे कार्यकाल में ना सिर्फ वे...

  • अमेरिका में शटडाउन से सरकारी कामकाज ठप, फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रंप

    अमेरिका में शटडाउन लागू हो गया। इसकी वजह से अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप हो गया। सालों बाद अमेरिका में फिर से यह सरकारी शटडाउन हुआ है। दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनट में अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं करा पाई।   अमेरिकी राष्ट्रपति को सीनेट से इस बिल को पास कराने के लिए 100 सदस्यों वाले सीनेट में 60 वोटों की दरकार थी। रिपब्लिकन पार्टी के पास भले ही सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स, दोनों का नियंत्रण है, पर फंड बिल पास करने के लिए उनके पास सात वोट कम हैं।...

  • ट्रंप की योजना नेतन्याहू को कबूल

    वॉशिंगटन। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में सीजफायर के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि उनको अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना कबूल है। इससे पहले नेतन्याहू ने सोमवार, 29 सितंबर की रात को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वॉशिंगटन डीसी में मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीजफायर की योजना की जानकारी दी। हालांकि साथ ही ट्रंप ने हमास को चेतावनी भी दी कि उसके पास इस योजना को स्वीकार करने के लिए, नहीं तो दुखद अंत होगा। बहरहाल, राष्ट्रपति ट्रंप ने सीजफायर के लिए 20 सूत्री योजना तैयार की...

  • डोनाल्ड ट्रंप ने तैयार किया गाजा का नया नक्शा, इजरायल से अलग करेगा बफर जोन

    गाजा में दो साल से जारी संघर्ष रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है साथ ही अपने प्रस्ताव में गाजा का एक नया नक्शा भी तैयार किया है। ट्रंप ने अपने प्रस्ताव में जो नक्शा पेश किया है, उसके अनुसार अब गाजा और इजरायल के बीच एक बफर जोन बना रहेगा।  इसका मतलब ये हुआ कि अब इस रेखा के पार न तो इजरायली सैनिक जाएंगे और न ही फिलिस्तीनी नागरिक आएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से जारी गाजा के नक्शे में नीले, पीले और लाल रंग की तीन लाइन हैं। इसके...

  • ट्रंप के निशाने पर बाहर बनने वाली फिल्में

    वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के बाहर बनने वाली सभी फिल्मों पर एक सौ फीसदी टैरिफ लगाने का एलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका में अपना फर्नीचर न बनाने वाले किसी भी देश पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि अमेरिका का फिल्म निर्माण व्यवसाय दूसरे देशों द्वारा बच्चे से कैंडी की तरह छीन लिया गया है। ट्रंप ने कैलिफोर्निया के गवर्नर को भी निशाना बनाया और कहा कि कैलिफोर्निया अपने कमजोर और अक्षम गवर्नर के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसलिए...

  • गाजा में स्थायी सीजफायर की प्लानिंग कर रहे राष्ट्रपति ट्रंप

    गाजा में बीते दो सालों से जारी संघर्ष को खत्म करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ प्लानिंग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति की इस प्लानिंग को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी समर्थन मिल गया है। इसकी जानकारी खुद राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ के माध्यम से दी।   अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने पोस्ट में मिडिल ईस्ट को लेकर कुछ संकेत दिए हैं, जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है कि गाजा में जल्द ही युद्ध समाप्त हो जाए। यूएनजीए की 80वीं बैठक से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति ने...

  • ट्रंप के मंत्री ने भारत को चेताया

    नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता के बीच अमेरिका ने भारत को दुरुस्त कर देने की धमकी दी है और चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे अमेरिका के मामलों में सोच समझ कर बोलना चाहिए। यह धमकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सरकार के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने दी है, जिनके साथ भारत की व्यापार वार्ता हो रही है। उन्होंने कहा है कि अगर भारत चाहता है कि वह अमेरिका को अपना सामान बेचे तो उसे ट्रंप प्रशासन की बात माननी होगी। ट्रंप प्रशासन के वाणिज्य मंत्री लुटनिक ने रविवार को एक इंटरव्यू में भारत...

  • ट्रंप ने दवाओं पर सौ फीसदी टैरिफ लगाया

    वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब ब्रांडेड या पेटेंटेड दवाओं पर एक सौ फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। यह टैरिफ एक अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा। यह टैक्स उन कंपनियों पर नहीं लगेगा जो अमेरिका में ही दवा बनाने के लिए अपना प्लांट लगा रही हैं। गौररतलब है कि भारत पर अमेरिकी राष्ट्रपति पहले ही 50 फीसदी टैरिफ लगा चुके हैं। हालांकि दवाओं को इस टैरिफ से बाहर रखा गया था। ट्रंप ने कहा है, “एक अक्टूबर से हम ब्रांडेड या पेटेंटेड दवाओं पर एक सौ फीसदी टैरिफ लगा देंगे, सिवाय उन कंपनियों के जो...

  • ट्रंप अब मनोरंजन है!

    डोनाल्ड ट्रंप को सुनना आजकल एक अजीब तरह का मनोरंजन है। आदमी बेतुकी बातें ऐसे आत्मविश्वास से कहता है कि आप चाहकर भी आधे अविश्वास, आधी हँसी में नज़रें नहीं हटा पाते। हालाँकि ऐसा हमेशा नहीं था। उनकी पहली राष्ट्रपति पारी लोगों में गुस्सा पैदा करती थी। अमेरिका जैसे पढ़े-लिखे और समझदार लोकतंत्र का एक मसख़रा, वह भी उच्चतम दर्जे का, मुखिया बना था। पूरी दुनिया हैरान थी। उनका हर बयान चोट की तरह लगता था। हर बकवास अहसास कराती थी कि मूर्खता व्हाइट हाउस तक पहुँच चुकी है। अब, उनकी दूसरी पारी में, वह गुस्सा वैसा नहीं है। वजह...

  • ट्रंप ने यूएन में भी किया सीजफायर का दावा

    न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान की बीच जंग रुकवाने का दावा अब संयुक्त राष्ट्र संघ में किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में इसका दावा किया। ट्रंप ने यह भी कहा कि जंग रूकवाने का काम यूएन को करना चाहिए था लेकिन उन्होंने किया। महासभा में ट्रंप के बोलने के लिए 15 मिनट का समय तय था, लेकिन उन्होंने 55 मिनट तक भाषण दिया। गौरतलब है कि ट्रंप करीब 40 बार यह दावा कर चुके हैं और भारत ने हर बार इस दावे को खारिज किया है। बहरहाल, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की...

  • ट्रंप का प्ले-बुक

    ट्रंप मोदी की खूब तारीफ करते हैं। उन्हें ‘महान नेता’, ‘बहुत करीबी दोस्त’, ‘शानदार काम कर रहे नेता’ बताते हैं। लेकिन लगे हाथ वे ऐसे फैसले भी कर रहे हैं, जिनसे भारत के दीर्घकालिक हितों को क्षति पहुंच रही है। डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन के नीतिकार संभवतः इस निष्कर्ष पर हैं कि भारतीय विदेश नीति का प्रमुख मकसद देश के अंदर सर्व-प्रमुख विश्व नेता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छवि निर्माण है। यह हो रहा हो, तो फिर अन्य मोर्चों पर क्या होगा, भारत इसकी फिक्र नहीं करता! तो ट्रंप ने भारत के मामले में एक खास कार्यशैली अपना...

  • ये जो अमेरिका का नजरिया है!

    भारत का व्यापार वार्ता में आगे बढ़ना तब तक नामुमकिन है, जब तक भारत सरकार अपनी आबादी के एक बहुत बड़े हिस्से के हितों की बलि चढ़ाने और अपनी संप्रभुता पर समझौता करने के लिए राजी ना हो जाए। ट्रंप प्रशासन के सामने ऐसा कोई बुनियादी मुद्दा नहीं है, मगर टैरिफ और ट्रेड वॉर के जरिए वह भू-राजनीतिक एवं भू-आर्थिक शक्ति संतुलन को नया रूप देने की कोशिश कर रही है। फिर भी मुख्य प्रतिद्वंद्वी चीन की चिंता में वह अपना रुख कुछ नरम कर ले, तो उस पर कोई हैरत नहीं होगी। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता...

  • भारत खिलाफ ट्रंप का वीजा वॉर

    नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच चल रही मुक्त व्यापार वार्ता के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को बहुत बड़ा झटका दिया है। उन्होंने टैरिफ के बाद वीजा वॉर छेड़ दिया है। ट्रंप ने एच 1बी वीजा की सालाना फीस में औसतन 30 गुना की बढ़ोतरी कर दी है। इसकी सबसे बड़ी मार भारतीय पेशेवरों पर पड़ेगी। राष्ट्रपति ट्रंप ने एच 1बी वीजा की फीस बढ़ाने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं और बढ़ी हुई फीस रविवार यानी 21 सितंबर से लागू हो जाएगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार की रात को व्हाइट हाउस में...

  • भारत पर सबसे ज्यादा असर

    नई दिल्ली। एच 1बी वीजा की फीस में कई गुना बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर भारतीय पेशेवरों पर होगा। इसका कारण यह है कि यह वीजा सबसे ज्यादा भारतीयों को मिलता है। यह एक नॉन इमिग्रेंट वीजा है, जो लॉटरी के जरिए दिया जाता है। यह खास स्किल रखने वाले पेशेवरों को दिया जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा है कि अब अमेरिका यह वीजा सिर्फ उन्हीं लोगों को देगा, जो बहुत टैलेंटेड होंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी नौकरियां छीनने वालों को यह वीजा नहीं मिलेगा। अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में एच...

  • ट्रंप ने एच-1बी वीजा नियमों को सख्त किया

    अमेरिका में काम कर रहे भारतीय टेक्नोलॉजी पेशेवरों और बड़ी कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा प्रोग्राम में बड़े बदलाव करने के लिए एक घोषणा पत्र पर साइन किए हैं।  इस घोषणापत्र के अनुसार, अब प्रत्येक आवेदन के लिए प्रति वर्ष 1,00,000 डॉलर का शुल्क देना होगा। ट्रंप का कहना है कि इसका मकसद विदेशी कामगारों की बजाय अमेरिकी लोगों को नौकरी देना है। व्हाइट हाउस में आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारी नौकरियां हमारे नागरिकों को मिलें। हमें अच्छे कामगार चाहिए और यह कदम उसी...

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