नई दिल्ली। ईरान पर घातक बम बरसा कर उसके परमाणु ठिकानों को नष्ट करने का दावा करने के बाद अब अमेरिका उसको बड़ी मदद देने की तैयारी कर रहा है। कहा जा रहा है कि अगर ईरान वार्ता के लिए तैयार हो जाता है और अपना परमाणु कार्यक्रम स्थगित कर देता है तो अमेरिका उसको ढाई लाख करोड़ रुपए की मदद दिला सकता है। कहा जा रहा है कि सिविल न्यूक्लियर प्रोग्राम के लिए ईरान को अमेरिका यह मदद दिलाएगा।
अमेरिकी मीडिया समूह ‘सीएनएन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान को 30 अरब डॉलर यानी करीब ढाई लाख करोड़ रुपए का निवेश दिलाने का प्रस्ताव दिया है। इतना ही नहीं अगर ईरान वार्ता के लिए तैयार होता है तो उसको कुछ प्रतिबंधों से भी छूट मिल सकती है। साथ ही उसे विदेशी बैंकों में जमा छह अरब डॉलर की राशि के इस्तेमाल की इजाजत भी मिल सकती है। अभी उस अकाउंट को फ्रिज किया गया है।
बताया जा रहा है कि अमेरिका और ईरान के बीच शांति वार्ता शुरू करने की कोशिश के तहत ईरान को यह प्रस्ताव दिया जा रहा है। मीडिया की खबरों के मुताबिक 20 जून को व्हाइट हाउस में अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ और खाड़ी देशों के नेताओं के बीच एक मीटिंग हुई थी। इसमें ईरान को मदद देने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। अमेरिका का कहना है कि वह इस कार्यक्रम के लिए सीधे पैसे नहीं देगा, बल्कि खाड़ी के दूसरे देश इसमें निवेश करेंगे।