कोलकाता। मेडिकल की छात्रा के बाद अब कोलकाता में कानून की एक छात्रा से गैंगरेप के मसले पर विवाद शुरू हो गया है। इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें से एक आरोपी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के छात्र विंग का नेता है। शुक्रवार को एक अदालत ने तीनों आरोपियों को 10 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने 26 जून को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी शुक्रवार सुबह हुई।
पुलिस ने बताया है कि घटना 25 जून को साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज हुई थी। पुलिस के मुताबिक, वारदात कॉलेज के ग्राउंड फ्लोर के गार्ड रूम में हुई। आरोपियों में मोनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी शामिल हैं। मोनोजीत मुख्य आरोपी है। वह कॉलेज का पूर्व छात्र है। बाकी दो आरोपी कॉलेज के छात्र हैं। भाजपा ने मोनोजीत के तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन से जुड़े होने का दावा किया। तृणमूल कांग्रेस ने माना है कि वह पार्टी से जुड़ा है लेकिन कहा है कि मोनोजीत सक्रिय सदस्य नहीं है।
पीड़ित छात्रा ने शिकायत में कहा है, ‘मोनोजीत ने मुझे शादी का ऑफर दिया था, लेकिन मैंने पहले से बॉयफ्रेंड होने की बात उसे बताई थी। घटना वाले दिन मैं फॉर्म के काम से कॉलेज गई थी। आरोपियों ने पहले मुझे कॉलेज में रुकने के लिए कहा। इसके बाद ग्राउंड फ्लोर के एक कमरे में ले गए, मैन गेट बंद कर दिया। मैंने आरोपियों के पैर पकड़कर बाहर जाने का कहा, लेकिन आरोपियों ने रात 10 बजे तक मेरे साथ रेप किया’। पुलिस ने मोनोजित मिश्रा और जैब अहमद को 26 जून की शाम को और तीसरे आरोपी प्रमित मुखर्जी को आधी रात के बाद उसके घर से गिरफ्तार किया।