Iran Israel War

  • अमेरिका तख्तापलट नहीं चाहता है

    नई दिल्ली। अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर सफाई दी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिता ईरान में शासन परिवर्तन की मांग नहीं कर रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने सोमवार को कहा, 'राष्ट्रपति का रुख और हमारी सैन्य स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है'। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति केवल एक सवाल उठा रहे हैं, जो मुझे लगता है कि दुनिया भर में कई लोग पूछ रहे हैं कि अगर ईरानी सरकार अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने या बातचीत में शामिल होने से इनकार करती है या अगर वे आगे बढ़ने के...

  • युद्ध और भौचक्क, भयभीत देश

    ऐसा नहीं है कि दुनिया में स्वयं सर्वसत्ता की आकांक्षा रखने वाले ट्रंप ही अकेले राष्ट्राध्यक्ष हैं। रूस में पुतिन, इजरायल में नेतन्याहू, ईरान में अली खामेनेई, यूक्रेन में जेलेंस्की, चीन में शी जिनपिंग, उत्तर कोरिया में किम जोंग उन और भारत में मोदी ऐसे ही नेता हैं जो सर्वसत्ता की आकांक्षा में अपने ही लोगों को झुलसने दे रहे हैं। आज दुनिया जिस दौर से गुजर रही है उसमें कई देश और उनमें बसने वाला समाज भयभीत व भौचक्का होकर दर्शक बना दिया गया हैं। परमाणु शक्ति बने देश, युद्ध को परास्त करने के लिए युद्ध कर रहे हैं।...

  • इस्लामी पाकिस्तान तो सचमुच मुस्लिमद्रोही !

    डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को मुनीर के साथ लंच के बाद ओवल ऑफिस में मीडिया से कहा कि पाकिस्तानी “ईरान को बहुत अच्छे से जानते हैं, अधिकांश देशों से बेहतर” और फिर कहा कि वे ईरान से “खुश नहीं हैं”। उससे पहले खबर थी कि पाकिस्तान ने ईरान के साथ अपनी नौ सौ किलोमीटर लंबी सीमा को बंद कर दिया है। जाहिर है ट्रंप और नेतन्याहू के ईरान को तबाह करने, अयातुल्लाह खामेनेई की हत्या जैसी किसी भी कार्रवाई पर पाकिस्तान को एतराज नहीं है। यदि अमेरिका लड़ाई में उतरा तो पाकिस्तान की जमीन से अमेरिकी सेना को हर वह...

  • ईरान का किला गिरा तो क्या होगा?

    ईरान को तबाह करने के लिए इजराइल ने सचमुच युद्ध छेड़ दिया है। उसने नतांज, इस्फहान और अराक में ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। सिर्फ फोर्डो को लेकर अभी संदेह है क्योंकि वहां ईरान का परमाणु ठिकाना जमीन से कोई तीन सौ फीट नीचे है। वहां तक मार करने की क्षमता इजराइल के पास नहीं है। अमेरिका ही वहां तक हमला कर सकता है। लेकिन अमेरिका अभी सीधे युद्ध में कूदने से बच रहा है क्योंकि उसको अंदाजा है कि उसके बाद क्या होगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी-7 की बैठक छोड़ कर अमेरिका लौटे थे तो लगा...

  • दुनिया का मुसलमान क्या सोच रहा होगा?

    पूरी दुनिया में 57 मुस्लिम देश हैं। दिल्ली के चाणक्यपुरी से गुजरें तो इस्लामिक रिपब्लिक देशों के बोर्ड भरे दिखाई देंगे। लेकिन ये इस्लामिक रिपब्लिक देश एकजुट होकर ईरान के बचाने की कोशिश नहीं करेंगे। वे सिर्फ इजराइल के हमले की निंदा करके रह जाएंगे? तभी बड़ा सवाल है कि इस समय पूरी दुनिया का मुसलमान क्या सोच रहा होगा? क्या उसके दिमाग में यह बात नहीं घूम रही होगी कि जिस इजराइल को सभी इस्लामिक मुल्कों ने दुष्ट माना वह एक के बाद एक जगहों पर इस्लाम को मानने वालों के ऊपर हमले कर रहा हैं, उनकी हत्या कर...

  • ईरान का सरेंडर से इनकार

    नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त सरेंडर करने की धमकी दी तो जवाह में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने बुधवार को राष्ट्र के नाम एक संदेश में कहा, ‘अमेरिका सुन ले, हम सरेंडर नहीं करेंगे’। खामेनेई ने राष्ट्रपति ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा, 'अगर इजराइल के खिलाफ जंग में अमेरिकी सेना ने दखल दिया, तो अंजाम बुरा होगा'। ईरान के नेशनल टेलीविजन पर खामेनेई का यह संदेश पढ़ा गया। इस बीच खामेनेई ने ईरान के लोगों से अपने फोन से व्हाट्सऐप डिलीट करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐप...

  • युद्ध में कूदेगा अमेरिका?

    वजह यह है कि 80 साल के इतिहास में इजराइल के सुरक्षा और खुफिया तंत्र को इस तरह किसी ने नहीं भेदा, जैसा करने में ईरान कामयाब रहा है। इसीलिए अमेरिका के लिए पश्चिम एशिया में अपने इस ठिकाने को बचाना बड़ी प्राथमिकता बन गई है। पश्चिमी मीडिया की खबरों से साफ है कि अमेरिका ईरान के खिलाफ युद्ध में सीधे ना कूदा, तो इजराइल के सामने अस्तित्व का संकट का खड़ा हो जाएगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के मिसाइल इंटरसेप्टरों की संख्या तेजी से चूक रही है। अगर उसी अनुपात में ईरान की मिसाइलों की संख्या नहीं चूक...

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