नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त सरेंडर करने की धमकी दी तो जवाह में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने बुधवार को राष्ट्र के नाम एक संदेश में कहा, ‘अमेरिका सुन ले, हम सरेंडर नहीं करेंगे’। खामेनेई ने राष्ट्रपति ट्रंप को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर इजराइल के खिलाफ जंग में अमेरिकी सेना ने दखल दिया, तो अंजाम बुरा होगा’। ईरान के नेशनल टेलीविजन पर खामेनेई का यह संदेश पढ़ा गया। इस बीच खामेनेई ने ईरान के लोगों से अपने फोन से व्हाट्सऐप डिलीट करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐप के जरिए सारी जानकार इजराइल को भेजी जा रही है।
बहरहा, अपने संदेश में खामेनेई ने कहा, ‘जो लोग ईरान का इतिहास जानते हैं, उनको पता है कि ईरानी किसी की धमकियां नहीं सुनता। इजराइल ने बहुत बड़ी गलती की है और उसे इसकी सजा मिलेगी। ईरान थोपी गई शांति या युद्ध को नहीं मानेगा’। इससे पहले खामेनेई ने मंगलवार देर रात इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘जंग शुरू होती है। हम आतंकी इजराइल को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे’। इस ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार रात को ईरान से सरेंडर करने को कहा था।
इस बीच ईरान ने मंगलवार को नागरिकों को अपने स्मार्टफोन से व्हाट्सऐप हटाने का आदेश दिया है। सरकार का आरोप है कि मैसेजिंग ऐप के जरिए ईरानी लोगों की जानकारी इजराइल भेजी जा रही है। हालांकि, व्हाट्सऐप ने एक बयान में इन दावों को खारिज कर दिया और कहा कि यह ऐप एंड टू एंड एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करता है, जिसका मतलब है कि सर्विस प्रोवाइडर यूजर्स के मैसेज नहीं पढ़ सकता है। गौरतलब है कि ईरान और इजराइल के बीच 13 जून से युद्ध चल रहा है। युद्ध के छठे दिन बुधवार को वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब छह सौ के करीब हो चुका है।