कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिख कर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने इस प्रक्रिया को पहले लोकतंत्र के खिलाफ बताया था और अब अमानवीय बताते हुए कहा है कि इससे बूथ लेवल एजेंट्स का जीवन संकट में पड़ गया है। बताया जा रहा है कि चार नवंबर से एसआईआर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद बंगाल में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है या उन्होंने खुदकुशी की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चल रही एसआईआर प्रक्रिया के संबंध में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को लिखे पत्र में एसआईआर को रोकने का आग्रह करते हुए ममता बनर्जी ने बूथ स्तर के अधिकारियों पर ‘अमानवीय’ कार्य दबाव का हवाला दिया है। अपने तीन पन्नों के पत्र में ममता बनर्जी ने लिखा है, ‘बीएलओ अब मानवीय सीमाओं से कहीं आगे जाकर काम कर रहे हैं। इस समय चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया विशेष रूप से अस्वीकार्य है’!
ममता बनर्जी ने लिखा एसआईआर की प्रक्रिया में लगे कर्मियों की मदद करने, समय सीमा बढ़ाने या व्यवस्थागत खामियों को दूर करने के बदले राज्य चुनाव आयोग धमकी दे रहा है। ममता बनर्जी ने अपने पत्र में लिखा, ‘मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया इस कवायद को रोकने, बलपूर्वक कार्रवाई बंद करने, उचित प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करने में हस्तक्षेप करें’। ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से एसआईआर की मौजूदा कार्यप्रणाली और समय सीमा पर भी फिर से विचार करने को कहा है।
