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राहुल गांधी पर भाजपा का पलटवार

Guwahati [Assam], Jul 16 (ANI): Lok Sabha LoP and party MP Rahul Gandhi speaks during the meeting with the Political Affairs Committee, PCC Office Bearers, MPs, MLAs, Frontal Heads and DCC Presidents, in Guwahati on Wednesday. (AICC/ANI Photo)

नई दिल्ली। भाजपा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा है कि राहुल गांधी संसद में पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा से पहले अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान का पुराना विमर्श दोहरा रहे हैं। राहुल गांधी बार-बार यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अकेला है, जबकि सच्चाई इससे उलट है। राहुल गांधी ने संसद में कहा था, “एक तरफ आप कहते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है और दूसरी तरफ आप कहते हैं कि जीत हासिल हो गई है। या तो जीत मिली है या ऑपरेशन जारी है। (डोनाल्ड) ट्रंप कह रहे हैं कि उन्होंने इसे रोक दिया। वे यह बात पच्चीस बार दोहरा चुके हैं। दाल में कुछ काला ज़रूर है।”

नेता प्रतिपक्ष के इस बयान पर भाजपा ने जोरदार प्रतिक्रिया दी। मालवीय ने कहा कि अमेरिका ने इस हमले को ‘घृणित’ बताया और आतंकवाद विरोधी सहयोग को फिर दोहराया। ट्रंप प्रशासन ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन) को आतंकी संगठन घोषित किया। यह भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता थी। भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (X) पर एक लंबी पोस्ट में लिखा कि राहुल गांधी का यह कहना कि “किसने समर्थन किया हमें?” एक पुरानी पाकिस्तान समर्थक कथा को दोहराने जैसा है।

मालवीय ने लिखा कि यूएनएससी (UNSC) के सभी पांच स्थायी सदस्य — अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन — या तो भारत के समर्थन में बोले या तटस्थ रहे। किसी एक ने भी भारत को दोषी नहीं ठहराया, न ही ‘‘दोनों पक्षों की गलती’’ जैसा कोई तर्क सामने आया। फिर भी राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय अलगाव की बात करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “राहुल गांधी, जो सच्चाई से कटे हुए हैं और सिर्फ अपनी प्रतिध्वनि मंडली के प्रति वफादार हैं, पूछते हैं कि किसने समर्थन किया? जवाब स्पष्ट है — पूरी दुनिया ने। बस वो ही नहीं।”

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने विदेश में भारत की छवि को धक्का पहुंचाया हो। लंदन में उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र मर चुका है। गलवान संघर्ष के समय उन्होंने चीन की भाषा दोहराई। बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद विदेश में खड़े होकर सवाल उठाए। मालवीय ने कहा कि “वे पाकिस्तान की इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) की स्क्रिप्ट दोहराते हैं।”

उन्होंने अंत में कहा, “आज का भारत सम्मान की मुद्रा में है। वॉशिंगटन से लेकर मॉस्को और बीजिंग से ब्रासीलिया तक। हम ‘ग्लोबल साउथ’ का नेतृत्व करते हैं। हिंद-प्रशांत में दिशा तय करते हैं। हम दया नहीं मांगते। हम तय करते हैं कि दुनिया क्या कहेगी।” मालवीय ने कहा, “हमने पाकिस्तान प्रायोजित आतंक को पहले भी कुचला है। फिर कुचलेंगे — जब चाहें, जहां चाहें, जैसे चाहें।”

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