नई दिल्ली। चुनाव आयोग पर राहुल गांधी का हमला जारी है। उन्होंने मैच फिक्सिंग और वोट चोरी करने के आरोप लगाने के बाद अब कहा है कि चुनाव आयोग की वजह से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन पाए हैं। राहुल ने दावा किया है कि थोड़ी सी सीटों पर धांधली नहीं होती तो मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को एक दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री के पास बहुत कम बहुमत है। उन्होंने भारत की चुनाव प्रणाली के मर चुके होने का ऐलान किया। पिछले 10 दिन में चुनाव आयोग पर यह उनका तीसरा हमला था।
राहुल गांधी ने शनिवार को कहा, ‘भारत का इलेक्शन सिस्टम मर चुका है। हम आने वाले कुछ दिनों में आपको साबित कर देंगे कि लोकसभा चुनाव में कैसे धांधली हो सकती है और हुई भी’। उन्होंने साथ ही यह भी दावा किया कि. ‘भारत के पीएम के पास बहुत कम बहुमत है। अगर 10-15 सीटों पर भी धांधली न होती तो वे भारत के प्रधानमंत्री भी नहीं होते’। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एनुअल लीगल कॉन्क्लेव 2025 में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करते हुए उसके ऊपर गंभीर आरोप लगाए।
इससे एक दिन पहले शुक्रवार, एक अगस्त को राहुल गांधी ने कहा था, ‘चुनाव आयोग वोटों की चोरी करा रहा है। हमारे पास एटम बम है। जब फटेगा तो चुनाव आयोग बचेगा नहीं’। उनके इस आरोप पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा, ‘अगर आपके पास परमाणु बम है तो उसे फोड़ दें। हां इतना ख्याल रखें कि आप सुरक्षित रहें’। चुनाव आयोग ने इससे पहले कह दिया था कि वह इस तरह के निराधार आरोप का जवाब नहीं देगा।
बहरहाल, राहुल ने शनिवार को अपने भाषण में कहा, ‘2014 से ही मुझे इलेक्शन सिस्टम पर संदेह रहा है। भाजपा का इतनी बड़ी जीत हासिल करना आश्चर्यजनक था। मैं बिना सबूत के कुछ नहीं कह सकता था, लेकिन अब मैं बिना किसी संदेह के कहता हूं कि हमारे पास सबूत हैं’। महाराष्ट्र के नतीजों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘लोकसभा में, हम चुनाव जीते। और फिर चार महीने बाद, हम न केवल हारे, बल्कि पूरी तरह से खत्म हो गए। हमने पाया कि महाराष्ट्र में, लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़े। इनमें से ज्यादातर वोट भाजपा को जाते हैं’।
चुनाव आयोग के मर चुके होने का ऐलान करते हुए राहुल ने कहा, ‘संविधान की रक्षा करने वाली संस्था को मिटाकर उस पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो पूरे देश को दिखा देंगे कि चुनाव आयोग जैसी संस्था का कोई अस्तित्व ही नहीं है। यह गायब हो गई है’। उन्होंने आगे कहा, ‘चुनाव आयोग जैसी संस्था ठीक से काम नहीं करती। आपको जानकर हैरानी होगी कि चुनाव आयोग जो दस्तावेज उपलब्ध कराता है, उन्हें स्कैन या कॉपी नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग मतदाता सूची पर स्कैन और कॉपी प्रोटेक्शन क्यों लागू करता है’?
