पाकिस्तानी ह्यूमर कमाल का होता है। सोशल मीडिया में या पाकिस्तानी टेलीविजन चैनलों पर आने वाले ह्यूमर या कॉमेडी के शोज बहुत कमाल के होते हैं। वहां के एक बड़े व्यंग्यकार मोहम्मद यूसुफी की तुलना तो भारत के हरिशंकर परसाई से होती है। अनवर मकसूद और मोईन अख्तर का ‘लूज टॉक’ हास्य और व्यंग्य का कमाल का शो था। अब सोशल मीडिया में पहलगाम हमले के बाद भारत की संभावित प्रतिक्रिया को लेकर मीम्स की बाढ़ आई है। वैसे यह पाकिस्तान के लिए चिंता और संकट का समय है। लेकिन जैसे कोरोना की महामारी में भारत और पाकिस्तान में मीम्स बन रहे थे वैसे ही इस संकट की घड़ी में भी पाकिस्तान के लोग जोक्स बना रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में जो मीम या जोक्स सबसे हिट हुए हैं उसमें एक यह है कि पाकिस्तान का कुछ नहीं होगा, जिन लोगों ने कर्ज दिया है वे बचाएंगे।
यह कमाल का व्यंग्य है। पाकिस्तान के लोग खुद ही अपनी सरकार और अपने मुल्क का मजाक उड़ा रहे हैं। एक व्यक्ति कहता है कि भारत पाकिस्तान को खत्म कर देगा तो दूसरा व्यक्ति कहता है कि जिन लोगों ने पाकिस्तान को कर्ज दिया है वे पाकिस्तान को खत्म नहीं होने देंगे क्योंकि पाकिस्तान खत्म हुआ तो उनका कर्ज कौन लौटाएगा! यह मीम पहलगाम की घटना के दो दिन बाद जब भारत की ओर से तीखी प्रतिक्रिया की शुरुआत हुई तभी आ गया था। लेकिन अब चीन ने पाकिस्तान की तरफदारी करके और उसे ऑल वेदर फ्रेंड बता कर इसको सही साबित कर दिया। मजाक से इतर दुनिया भर के सामरिक जानकार कह रहे हैं कि अमेरिका, रूस और चीन से लेकर तुर्की जैसे नाटो को देश भी पाकिस्तान को बचाएंगे और खाड़ी के देश भी उसकी रक्षा करेंगे। इसी तरह एक मीम में एक पाकिस्तानी व्यक्ति कहता है कि भारत हमारे साथ बहुत बुरा करेगा तो दूसरा कहता है कि हमारी सरकार जितना बुरा कर रही है उससे ज्यादा क्या बुरा कर देगा! संकट की इस घड़ी में पाकिस्तान के लोगों की रचनात्मकता भी खूब दिख रही है।