पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक सीट छोड़ कर बिहार की किसी सीट पर प्रचार नहीं किया। एक सीट पर भी उन्होंने पार्टी से ज्यादा उम्मीदवार का प्रचार किया। उन्होंने पटना की कुम्हरार सीट के उम्मीदवार केसी सिन्हा को वोट देने की अपील की थी। गौरतलब है कि केसी सिन्हा शिक्षक रहे हैं और उनकी गणित की किताबें बिहार में कई पीढ़ियों ने पढ़ा है। वे कायस्थ जाति से आते हैं। तीसरी बात यह है कि वे जन सुराज पार्टी से चुनाव लड़ रहे थे। ध्यान रहे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का चुनाव संभालते हैं। पिछले चुनाव में तो उन्होंने पूरा चुनाव ही लड़वाया था।
सो, इन तीन कारणों से शत्रुघ्न सिन्हा ने केसी सिन्हा को समर्थन किया और उनको वोट देने की अपील की। लेकिन नतीजों के बाद उनके सुर पूरी तरह से बदल गए। उन्होंने नीतीश कुमार की जम कर तारीफ की। चुनाव नतीजों के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार के किए कामों की खूब तारीफ की और बिहार के लोगों का भी धन्यवाद किया कि उन्होंने फिर से नीतीश कुमार को चुना। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि बिहार के लोगों को जिस तरह की सरकार की जरुरत है उन्होंने बिल्कुल उसी तरह की सरकार चुनी है। उनकी इस पोस्ट के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि वे क्या करेंगे? क्या वे वापस बिहार की राजनीति में लौटेंगे या बंगाल में ही रहेंगे? अगले साल के चुनाव में बंगाल में वे क्या करेंगे यह भी देखने वाली बात होगी।
