भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के नियंत्रण में है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह भले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी के अध्यक्ष हो गए हैं लेकिन वे बीसीसीआई पर पूरा नियंत्रण रखे हुए हैं। एक राजीव शुक्ला को छोड़ दें तो ज्यादातर पदाधिकारी भाजपा से हैं। कहा जा रहा है कि इस महीने के अंत तक राजीव शुक्ला बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष बनने जा रहे हैं क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष रोजर बिन्नी का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। इस बीच आईपीएल की चैंपियन बनी आरसीबी के जश्न में हुए हादसे पर भाजपा और कांग्रेस दोनों आमने सामने आ गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला किया है और सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग की जा रही है। यह राजीव शुक्ला के लिए धर्मसंकट वाली स्थिति थी लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी का पक्ष चुना। राजीव शुक्ला ने कहा कि इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। शुक्ला ने यह भी कहा कि राज्य सरकार, बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजी सब पीड़ितों की मदद कर रहे हैं। दूसरी ओर बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने राज्य सरकार की जिम्मेदारी तय की। उन्होंने कहा कि आयोजन में कहीं न कहीं चूक हुई है, जिससे इतना बड़ा हादसा हुआ। उन्होंने इसकी जांच की मांग भी की है। गौरतलब है कि देवजीत सैकिया असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के साथ काम कर चुके हैं और अब भी वे असम सरकार के एडवोकेट जनरल हैं। वे क्रिकेट प्रशासन से जुड़े रहे हैं और इसलिए जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद उनकी जगह सैकिया को सचिव बनाया गया