दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी 70 में से 68 सीटों पर लड़ी थी और एक एक सीट जनता दल यू और लोक जनशक्ति पार्टी को दी थी। लेकिन दोनों सीटों पर भाजपा की सहयोगी पार्टियां चुनाव हार गईं। बिहार में सरकार चला रही जनता दल यू ने भाजपा से जिद करके बुराड़ी सीट ली थी, जबकि भाजपा उसे संगम विहार और द्वारका सीट देने को राजी थी। लेकिन नीतीश कुमार ने अपने एक प्रिय आईएएस अधिकारी के ससुर को टिकट देने के लिए बुराड़ी सीट ली। आईएएस के ससुर शैलेंद्र कुमार पिछली बार भी चुनाव हारे थे और इस बार भी चुनाव हार गए। जबकि भाजपा जो दो सीटें जदयू को दे रही थी उन दोनों पर भाजपा के प्रवासी उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा को भाजपा ने देवली सुरक्षित सीट दी थी, लेकिन उनके उम्मीदवार दीपक तंवर भारी अंतर से चुनाव हार गए।
भाजपा की सहयोगी पार्टियां फेल
