उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के नए हीरो के तौर पर उभर रहे हैं। संघ में भी उनकी खूब वाहवाही है तो भाजपा नेतृत्व भी उनके कामकाज को लेकर गदगद है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने निवेशक सम्मेलन में मिले प्रस्तावों को जमीन पर उतार दिया है। उन्होंने कहा कि एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं को धरातल पर ला देना बहुत बड़ी बात है। गौरतलब है कि उत्तराखंड निवेशक सम्मेलन में 3.56 लाख करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव मिला था, जिसमें से एक लाख करोड़ रुपए का निवेश आ गया है।
अमित शाह ने उस समय कहा था कि निवेश के प्रस्तावों को धरातल पर उतारना मुश्किल होता है। तभी जब एक लाख करोड़ का निवेश आया तो शाह ने इस पर धामी की तारीफ की। यह भी कहा गया कि राज्य में 81 हजार नई नौकरियों के अवसर बने हैं। इसी तरह उत्तराखंड पहला राज्य बना है, जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है।
यह संघ और भाजपा का पुराना एजेंडा रहा है, जिस पर धामी की सरकार ने अमल किया है। उत्तराखंड मॉडल पर ही देश के दूसरे हिस्सों में भी समान नागरिक संहिता लागू करने की बात हो रही है। सो, शासन के अलावा वैचारिक मुद्दों पर भी धामी की तारीफ हो रही है। धामी की सरकार खोज खोज कर उत्तराखंड के मुस्लिम नाम वाले गांवों, कस्बों के नाम बदल रही है। ये सारे काम राज्य सरकार चुपचाप कर रही है। इसे लेकर न तो ज्यादा प्रचार हो रहा है और न कोई विवाद हो रहा है। भाजपा की दूसरी पीढ़ी के जितने नेता मुख्यमंत्री बने हैं उनमें धामी एकमात्र हैं, जिनका कामकाज अच्छा माना जा रहा है।