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  • खड़गे ने आरएसएस पर पाबंदी की मांग की

    नई दिल्ली। अपने बेटे प्रियांक खड़गे के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, आरएसएस पर पाबंदी की मांग की है। खड़गे ने शुक्रवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हीं के हवाले से यह मांग की। गौरतलब है कि सरदार पटेल की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया था। खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका जवाब दिया। खड़गे ने राजधानी दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर पाबंदी लगा देनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘ये मेरा विचार है और मैं खुल कर बोलूंगा...

  • संघ की शाखा नहीं लगने देने के आदेश पर रोक

    बेंगलुरू। सरकारी जमीन पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस की शाखा नहीं लगने देने के कर्नाटक सरकार के आदेश पर अदालत ने रोक लगा दी है। पिछले दिनों कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने आदेश जारी करके बिना अनुमति सरकारी जगहों पर आरएसएस की शाखा लगाने और 10 से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी थी। हाई कोर्ट की ओर से रोक लगाए जाने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उनकी सरकार हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच में इस फैसले के खिलाफ अपील करेगी। गौरतलब है कि कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने सार्वजनिक जगहों पर...

  • खड़गे, सिद्धारमैया का आरएसएस विरोध

    कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनकी सरकार के मंत्री खुल कर हिंदू विरोध की राजनीति कर रहे हैं। वे अहिंदा समीकरण को साधे रहने के लिए कभी बजरंग दल पर पाबंदी की बात करते हैं तो सभी संघ पर पाबंदी की बात करते हैं। पिछले दिनों सिद्धारमैया ने जिद् करके मुस्लिम लेखिका बानू मुश्ताक से मैसुरू दसहरा का उद्घाटन कराया। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया लेकिन सिद्धारमैया अड़े रहे। इसी तरह उन्होंने जाति गणना में लिंगायत को अलग धर्म के तौर पर स्थापित करने का दांव भी चला है। अब उनकी सरकार ने आदेश जारी किया है कि किसी भी...

  • कर्नाटक में आरएसएस पर तकरार

    बेंगलुरू। एक तरफ राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ अपनी स्थापना के सौ साल का उत्सव मना रहा है तो दूसरी ओर कर्नाटक में उसकी तुलना तालिबान से की जा रही है तो सरकारी मैदानों में शाखा लगाने से रोका जा रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र सिद्धारमैया ने राज्य में आरएसएस पर पाबंदी लगाने की मांग की है। उन्होंने सोमवार को कहा कि आरएसएस की मानसिकता तालिबान जैसी है। आरएसएस हिंदू धर्म को उसी तरह लागू करना चाहता है, जिस तरह तालिबान इस्लाम के सिद्धांतों को थोपने के लिए आदेश जारी करता है। इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे...

  • भाजपा के सहयोगियों का संघ प्रेम

    अभी ज्यादा दिन नहीं बीते, जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि भाजपा को अब राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की जरुरत नहीं है क्योंकि पार्टी अब खुद ही सक्षम हो गई है। लेकिन उसके बाद अचानक कुछ ऐसा हुआ है कि भाजपा तो छोड़िए उसकी सहयोगी पार्टियां भी संघ से प्रेम दिखाने लगी हैं। सोचें, कहां तो भाजपा कह रही थी कि उसे संघ की जरुरत नहीं है और कहां तेलुगू देशम पार्टी से लेकर जनता दल यू और लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से संघ के सौ साल पूरे होने पर बधाई और शुभकामना के मैसेज...

  • भागवत के भाषण में मोदी की लाइन

    राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के शताब्दी समारोह में विजयादशमी के दिन नागपुर के संघ मुख्यालय में जो भाषण दिया उसका बड़ा हिस्सा पिछले करीब एक महीने से देश अलग अलग तरह से सुन रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले एक महीने के भाषण और मन की बात कार्यक्रम को जिन लोगों ने सुना है या उसकी खबरें पढ़ी हैं उनको भागवत के भाषण की बहुत सारी चीजें पहले से सुनी हुई लगेंगी। हालांकि कुछ बातें जरूर अलग थीं और कुछ ऐसी भी बातें थीं, जिनमें सरकार के लिए नसीहत छिपी थी। लेकिन...

  • सरकार को भागवत की नसीहत

    राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हाल के तमाम सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक मसलों पर अपने भाषण में टिप्पणी की। ज्यादातर मामलों में उन्होंने सरकार की लाइन का समर्थन किया लेकिन कुछ मसलों पर उन्होंने सरकार को नसीहत भी दी। इसमें सबसे अहम मसला आर्थिक विषमता का है। उन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘अपने देश को वैश्विक लीडर बनाने के लिए नागरिकों में उत्साह है लेकिन दुनिया भर में मौजूदा आर्थिक प्रणाली की खामियां उजागर हो रही हैं। असमानता बढ़ रही है, आर्थिक शक्ति कुछ ही लोगों के हाथ...

  • संघ के प्रति मोदी का संपूर्ण सद्भाव

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संघ से दुरी की कहानियां अब समाप्त हो जानी चाहिए। क्योंकि दोनों के बीच भरपूर सद्भाव दिख रहा है। मोदी ने संघ के प्रति संपूर्ण निष्ठा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष के समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत के भाषण के बाद जम कर उसकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत का भाषण प्रेरणादायक था। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मोहन भागवत का संबोधन प्रेरणादायक है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में संघ के समृद्ध योगदान पर प्रकाश डाला व हमारी भूमि में...

  • संघ के सौ साल में हासिल है मोदी के 11 साल!

    सौ साल का संघ खुद को शक्तिशाली समझ सकता है। मगर बाहर की बात तो अलग है। खुद जिसे वह परिवार कहता है उसमें मोदी के सामने तो वह कमजोर साबित हो ही गया है। सरसंघचालक मोहन भागवत को 75 साल में रिटायर होने की बात कह कर बदलना पड़ा। केवल सांप्रदायिकता बढ़ाने के मामले में उसे और बीजेपी को सफलता मिली है। मगर सांप्रदायिकता बढ़ने से देश मजबूत हुआ है यह सिद्ध करना उसे मुश्किल साबित हो रहा है। गांधी जयंती के साथ संघ के सौ साल! इस पर लिखते हुए सबसे पहले जो बात याद आती है वह...

  • मोदी ने की संघ और स्वंयसेवकों की तारीफ

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस की स्थापना के सौ साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर बुधवार को संघ और स्वंयसेवकों की जम कर तारीफ की। उन्होंने शताब्दी समारोह में कहा, ‘संघ के स्वयंसेवकों ने कभी कटुता नहीं दिखाई। चाहे प्रतिबंध लगे, या साजिश हुई हो। सभी का मंत्र रहा है कि जो अच्छा है, जो कम अच्छा, सब हमारा है’। गौरतलब है कि सौ साल पहले 1925 में विजयादशमी के दिन संघ की स्थापना हुई थी। इस मौके पर गुरुवार, दो अक्टूबर को नागपुर संघ मुख्यालय में स्थापना के सौ साल पूरे होने...

  • राष्ट्रवादी मूल्यों में खंपे संघ के सौ वर्ष…

    राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ भारत को केवल राजनीतिक भू सीमा नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक राष्ट्र मानता है। इसकी दृष्टि में भारतीय संस्कृति ही राष्ट्रीय एकता का आधार है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना के साथ साथ संघ मातृभूमि की सेवा को सर्वोपरि मानता है। यह आधुनिकता और परंपरा के संतुलन पर बल देता है। संघ की स्थापना के पीछे वीर सावरकर और बीएस मुंजे जैसे विचारकों की प्रेरणा भी थी और संघ के सभी सरसंघचालकों ने पूरी निष्ठा से इस प्रेरणा को निभाया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रहा है। दो अक्टूबर को विजयादशमी...

  • चीफ जस्टिस की मां शामिल होंगी संघ के कार्यक्रम में

    मुंबई। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस की स्थापना के एक सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की कड़ी में एक कार्यक्रम पांच अक्टूबर को महाराष्ट्र के अमरावती में होगा, जिसमें देश के चीफ जस्टिस बीआर गवई की मां कमलताई गवई राष्ट्रीय शामिल होंगी। अमरावती में होने वाले संघ कार्यक्रम में कमलताई को चीफ गेस्ट बनाया गया है। इससे पहले दो अक्टूबर को विजयादशमी के मौके पर नागपुर में होने वाले आरएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चीफ गेस्ट होंगे। गौरतलब है कि इस साल संघ अपनी स्थापना के एक सौ साल पूरे कर...

  • संघ-परिवार: कुर्सी का बीमार

    संघ परिवार के सर्वोपरि लोगों ने पुनः अपनी पुरानी बीमारी -- पर-उपदेश कुशलता -- का प्रदर्शन किया। साथ ही, किसी के साथ भी छल, यहां तक कि अपने सहयोगियों से भी। अपने ऊपर उपकार करने वालों से भी। किसलिए? केवल निजी स्वार्थ में, जिस में समाज या देश-हित का बहाना भी दिखाना कठिन है। अभी-अभी उन के एक बड़े नेता ने नागपुर में ही कहा भी: ''अच्छा नेता वही है जो लोगों को सब से अच्छी तरह मूर्ख बना सके''। आरएसएस प्रमुख का नागपुर से यह सार्वजनिक बयान 9 जुलाई 2025 को देश-विदेश में प्रसारित हुआ था: “जब आप 75...

  • संघ ने लव जिहाद, धर्मांतरण को खतरा बताया

    जोधपुर। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, आरएसएस ने लव जिहाद और धर्मांतरण को गंभीर खतरा बताया है। आरएसएस अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा है कि लव जिहाद और धर्मांतरण राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव के लिए एक गंभीर खतरा है। संघ की तीन दिन की अहम बैठक के आखिरी दिन रविवार को उन्होंने कहा, ‘जबरदस्ती, प्रलोभन या धोखे से किया गया धर्मांतरण अनुचित है। इससे समाज में अशांति फैल सकती है। इन्हें हर हाल में रोकना ही हमारा लक्ष्य है। इस समस्या का समाधान एक लंबी प्रक्रिया है, लेकिन हमें विश्वास है कि जल्द ही अनुकूल परिस्थितियां बनेंगी’। जोधपुर...

  • आरएसएस का अर्थ-चिंतन

    संघ के अर्थ-समूह में कही गई बातें मोदी सरकार की आर्थिक सफलता के दावों का सिरे से खंडन करती हैँ। कहा जा सकता है कि ये भारत की जमीनी माली हालत का उचित वर्णन हैं। हालांकि ये बातें नई नहीं हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘अर्थ समूह’ की बैठक में वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने लगभग 70 स्लाइड्स के जरिए दिखाया कि देश की आर्थिक प्राथमिकताएं किस हद तक गलत दिशा में हैं। उन्होंने बढ़ती आर्थिक गैर-बराबरी की आलोचना की और भारत में प्रति व्यक्ति आय की निम्न दर की ओर ध्यान खींचा। 91 वर्षीय जोशी ने ग्रोथ केंद्रित...

  • क्या भागवत के भाव को मोदी-शाह मानेंगे?

    मोहन भागवत भला और क्या बोल सकते हैं? उस नाते प्रधानमंत्री मोदी को ले कर भागवत और ट्रंप की भावना का फर्क इतना भर है कि ट्रंप चाहे जो बोल सकते हैं लेकिन मोहन भागवत सत्ता के भय से मर्यादा में बोलने को मजबूर हैं। वे सलाह दे सकते हैं न कि यह अल्टीमेटम कि भाजपा का अध्यक्ष वहीं होगा जो संगठन चाहेगा। बावजूद इसके ट्रंप और भागवत एक से मनोभाव में हैं। मेरी धारणा है कि हजार वर्षों की गुलामी ने हिंदू को सत्ता से भयाकुल, सत्ता का भूखा और सत्ता की भक्ति के चरणदास डीएनए दे रखा है।...

  • संघ के सौ साल पर दिल्ली में संवाद कार्यक्रम

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस के एक सौ साल पूरे होने वाले हैं और इसे लेकर कार्यक्रमों का आगाज हो गया है। इस सिलसिले में राजधानी दिल्ली में 26 से 28 अगस्त तक विज्ञान भवन में तीन दिन के संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह विशेष आयोजन ‘100 वर्ष की संघ यात्रा: नए क्षितिज’ के नाम से हो रहा है। इसमें अलग अलग समूहों, दलों व विचारधारा से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार को संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिंदू राष्ट्र के विचार को परिभाषित करते हुए कहा,...

  • दिल्ली में आरएसएस के कार्यक्रम पर नजर

    राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस के कार्यक्रम देश भर में चल रहे हैं। संगठन के एक सौ वर्ष पूरे होने के मौके पर देश के अलग अलग हिस्सों में कार्यक्रमों का आयोजन किया  जा रहा है। इसी कड़ी में भाषणों की एक शृंखला शुरू हुई है। तीन कड़ी की इस शृंखला में एक कार्यक्रम दिल्ली में होगा। राजधानी दिल्ली में तीन दिन तक यह कार्यक्रम चलेगा, जिसकी शुरुआत 26 अगस्त को होगी। आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत का व्याख्यान पहले दिन होना है। बताया जा रहा है कि संघ की ओर से विपक्षी पार्टियों के नेताओं को भी इस कार्यक्रम...

  • मुस्लिम धर्मगुरुओं से मिले संघ प्रमुख

    नई दिल्ली। कोई तीन साल के बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने देश के मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की है। इस मुलाकात में कई सामयिक मुद्दों पर चर्चा होने की खबर है। यह बैठक गुरुवार को नई दिल्ली के हरियाणा भवन में हुई। इस बैठक में मोहन भागवत के साथ संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी और 70 से ज्यादा मुस्लिम धर्मगुरु, बुद्धिजीवी आदि शामिल हुए। बैठक करीब तीन घंटे तक चली। हालांकि इसके एजेंडे के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं बताया गया है। इस बैठक में ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख उमर...

  • संघ के सौ साल पर बड़े समारोहों को तैयारी

    राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना के एक सौ साल पूरे होने जा रहे हैं और इस मौके पर कई बड़े समारोह होंगे। संघ की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। पिछले दिनों दिल्ली में आरएसएस के प्रांत प्रचारकों की एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि संघ के मुख्यालय नागपुर से लेकर देश के हर हिस्से में लगने वाली शाखा तक शताब्दी समारोह मनाया जाएगा। दिल्ली की बैठक में एक अहम बात यह तय हुई कि संघ खुल कर महात्मा गांधी को अपनाएगा। गौरतलब है...

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