नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ सीजफायर पर सहमत होने और इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति की ओर से किए जाने को कांग्रेस ने मुद्दा बनाया है। कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है और सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस ने एक बार फिर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाने का अनुरोध किया है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने भारत और पाक के बीच अमेरिका की मध्यस्थता को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका दो दिन पहले कहता है कि इस मसले से उसका कोई लेना देना नहीं है, फिर अचानक वॉशिंगटन से सीजफायर की घोषणा होती है, जो कई सवाल खड़े करती है’। पायलट ने आगे कहा, ‘भारत सरकार को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और जो पिछली दो मीटिंग में नहीं हुआ उस पर बात करनी चाहिए’।
पायलट ने कहा, ‘प्रधानमंत्री को इस सर्वदलीय बैठक में आना चाहिए और पूरे देश और दलों को विश्वास में लेना चाहिए, क्योंकि सभी दलों ने अपनी विचारधारा को परे रखते हुए भारत सरकार को संपूर्ण समर्थन दिया था। पिछली जो सर्वदलीय बैठकें हुईं, उसमें प्रधानमंत्री नहीं आ पाए थे, ऐसे में एक और सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, ताकि देश और विपक्ष को एक विश्वास मिले’। उन्होंने सीजफायर का मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘सरकार को बताना चाहिए कि सीजफायर किन शर्तों पर हुआ है? क्या गारंटी है कि भविष्य में इस प्रकार की घटना को अंजाम नहीं दिया जाएगा’? पायलट ने कहा, ‘पिछले कई दशकों से हमारी विदेश नीति बड़ी स्पष्ट थी। उसमें मध्यस्थता, समझौते और तीसरे पक्ष के शामिल होने की बात नहीं होती थी। हमारे सैनिकों ने पिछले दिनों जिस ताकत, शौर्य और कार्यकुशलता से पाकिस्तान को मजा चखाने का काम किया है, उस पर हम सभी को नाज और फख्र है’।