अवैध तबलीगी इमारत का क्या हो?
क़ानून अपना काम करता दिखे तो उस की तारीफ़ की जानी चाहिए , लेकिन जहां दिखावा तो काम का हो और वास्तव में किया कुछ न जाए तो आक्रोश पनपना स्वाभाविक भी है | दिल्ली की इनेक बस्तियों में जहां तीन मंजिल बनाने की इजाजत है, बीते कुछ सालों में पांच पांच मंजिल बन गई हैं , यह कोई प्रसाशन की अनदेखी से नहीं हुआ , बल्कि प्रशासन की देख रेख में हुआ | सबका रेट बंधा हुआ है , अफसर आँख मूंदने का तीन लाख रुपए लेते हैं| फिर वह अलग-अलग अमले में बंटता है। इस बीच कोई फोन...