महान वैज्ञानिक महर्षि भरद्वाज
महर्षि भारद्वाज की अन्य दो पुत्रियाँ भी थीं, जिनमें से एक मैत्रेयी महर्षि याज्ञवल्क्य से और दूसरी इडविडा (इलविला) विश्रवा मुनि से ब्याही गई थीं। इन्हीं विश्रवा-इडविडा के पुत्र अर्थात अपने सौतेले भाई यक्षराज कुबेर से स्वर्ण-नगरी लंका ओर पुष्पक विमान को रावण ने छीन लिया था। ॠग्वेद के षष्टम मण्डल के द्रष्टा भारद्वाज ऋषि हैं। इस मण्डल में भारद्वाज के 765 मन्त्र अंकित हैं। अथर्ववेद में भी भारद्वाज के 23 मन्त्र अंकित हैं। great scientist maharishi bharadwaj श्राद्ध पक्ष में पूर्वजों को नमन- 4: ऋग्वेद के मन्त्रों के सप्तद्रष्टाओं में अनन्यतम स्थान रखने वाले मन्त्र द्रष्टा महर्षि भरद्वाज (भारद्वाज)...