शुक्रवार को भारतीय रेलवे के इतिहास में एक ट्रेन दुर्घटना में तीन ट्रेनों की बर्बादी, गुथमगुथा होने का भयावह हादसा हुआ। अभी तक 288 लोगों के मरने की ख़बर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बालासोर पहुंचे और ट्रेन हादसे की जगह पर जाकर घायलों से मुलाक़ात की। राहत व बचाव कार्यों का भी जायज़ा लिया। रेल मंत्रालय ने हादसे की वजह पर कुछ नही कहा। रेलवे के इतिहास में पूर्वोतर भारत की यह रेल दुर्घटना दूसरी बड़ी है। जून 1981 में 9 डिब्बों के साथ एक पैसेंजर ट्रेन 416 DN मानसी से सहरसा जा रही थी। उस वक्त खगड़िया से सहरसा जाने वाली वह एकलौती ट्रेन थी। उस हादसे में ट्रेन के 7 डिब्बे नदी में गिर गए थे। तब 800 लोगों की जान गई थी।