धोती वाला एक्टिविस्ट
उमेश चतुर्वेदी एक्टिविस्ट पत्रकारिता पर इन दिनों खूब सवाल उठ रहे हैं। वह चर्चा में भी है। पत्रकारिता के छात्र भी अक्सर इसे लेकर जिज्ञासा प्रगट करते हैं। आज कोई यह पूछे कि एक्टिविस्ट पत्रकारिता का बेहतर नमूना क्या हो सकता है तो स्वर्गीय वेदप्रताप वैदिक की पत्रकारिता इसका बेहतर उदाहरण हो सकती है। उन्हें जब लगा कि भारतीय भाषाओं और हिंदी के समर्थन में कलम की धार तेज होनी चाहिए तो उन्होंने हिंदी और भारतीय भाषाओं के लिए अपनी कलम को ही तलवार बना लिया। जब उन्हें लगा कि हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, तब भी वे...