इतिहास में उलझे हुए
कांग्रेस का बहुसंख्यक धड़ा आज के मुद्दों से नजर मिलाने को तैयार नहीं है। पार्टी की रणनीति अतीत गौरव का गान, सामाजिक न्याय के घिसे-पिटे जुमलों को दोहराने और मोदी सरकार के प्रति आक्रामक रुख अपनाने तक सीमित हो गई है। कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन ने फिर साफ किया है कि यह पार्टी इतिहास में उलझ कर रह गई है। अहमदाबाद अधिवेशन का मुख्य विषयवस्तु सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को वापस पाने की जद्दोजहद रहा। उनके बहाने कांग्रेस के “राष्ट्रवाद” और आरएसएस- भाजपा के “छद्म राष्ट्रवाद” के बीच का फर्क बताने की कोशिश की गई। इसके अलावा इतिहास में...