assembly session
राजस्थान विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्य सरकार की ओर से भेजा गया दूसरा प्रस्ताव भी राज्यपाल कलराज मिश्र को मंजूर नहीं है। उन्होंने अब राज्य सरकार से नया प्रस्ताव देने को कहा है।
राजस्थान में राज्यपाल और अशोक गहलोत सरकार के बीच विरोध अभी भी जारी है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार द्वारा भेजे गए
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को एक नया प्रस्ताव भेजा है। इसमें मुख्यमंत्री गहलोत ने 31 जुलाई को विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव दिया है।
राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजभवन में दिये गये धरने के कारण राज्यपाल ने मंत्रिमंडल
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कुछ महत्वपूर्ण बिंंदुओं पर जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस विधायकों को विधानसभा का सत्र बुलाने का आश्वासन दिया
अमरावती। आंध्र प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार या विधानसभा के पास विधान परिषद को खत्म करने की कोई शक्ति नहीं है और यह निर्णय केंद्र पर निर्भर करेगा। तेदेपा ने विधानसभा सत्र से दूर रहने का फैसला किया है। पार्टी ने कहा कि प्रस्ताव कैबिनेट में पारित किया गया और परिषद में पेश किया है, जोकि महज एक प्रस्ताव है। राज्य की विधान परिषद में तेदेपा नेता और पूर्व मंत्री वाई. रामकृष्णुडू ने संवाददाताओं से कहा अगर विधानसभा ने प्रस्ताव पारित कर दिया है तो भी यह महज प्रस्ताव ही होगा। केवल संसद को ही परिषद को खत्म करने का अधिकार है। उन्होंने परिषद को समाप्त करने के वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के फैसले को सबसे अलोकतांत्रिक और अवैध कदम करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार यह केवल इसलिए कर रही है, क्योंकि उसके पास उच्च सदन में बहुमत का अभाव है और परिषद के अध्यक्ष ने तीन राजधानियों के विधेयक को एक प्रवर (सेलेक्ट) समिति को भेज दिया है। इसे भी पढ़ें : आंध्र मंत्रिमंडल ने विधान परिषद खत्म करने के विधेयक को मंजूरी दी रामकृष्णुडू ने कहा कि परिषद को समाप्त करने की प्रक्रिया लंबी होगी।… Continue reading राज्य के पास विधान परिषद खत्म करने की शक्ति नहीं : तेदेपा
चंडीगढ़। हरियाणा की नई विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर से शुरू होगा। यह निर्णय मंगलवार को नई दिल्ली में हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक में लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार विधानसभा सत्र के बाद हो सकता है। उल्लेखनीय है कि चुनाव बाद हुए गठबंधन के तहत जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने भाजपा को समर्थन दिया है। भाजपा ने चुनाव में 40 सीटें जीती थी, जो सरकार बनाने के लिए आवश्यक सीटों की संख्या से छह कम है। इसे भी पढ़ें : किसानों की धान की फसल का एक-एक दाना खरीदेंगे: खट्टर