बांग्लादेश कही पटरी से नीचे न उतर जाए!
जहाँ तक हालिया वर्षों में हुई आर्थिक तरक्की का सवाल है, बांग्लादेश की कोई सानी नहीं है। हालिया विकास यात्रा अद्भुत और बेहतरीन है। सन् 1971 में तीसरे भारत-पाकिस्तान युद्ध से जन्में बांग्लादेश को हैनरी किसिंजर ने “द बास्केट केस” (एकदम घटिया) बताया था। बांग्लादेश के बारे में तब माना गया कि वह एक नाकाम मुल्क बनकर रह जाएगा। मगर इस धारणा को झुठलाते हुए बांग्लादेश ने एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र, कम संसाधनों के साथ सामाजिक विकास के मॉडल और दक्षिण एशिया का सबसे तेज आर्थिक विकास दर वाला देश बनकर दिखाया है। इस शानदार सफ़र का श्रेय देश की लौह...