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Barack Obama

  • अमेरिका में कोरोना का कहर! एक हफ्ते में 35,000 केस, पूर्व राष्ट्रपति ओबामा भी हुए पाॅजिटिव

    नई दिल्ली | Barack Obama Corona positive: कोरोना वायरस का कहर अमेरिका में अभी भी लगातार जारी है। यहां एक बार फिर से कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है और एक हफ्ते में ही 35,000 कोरोना के मामले सामने आ गए है। इन सबके बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी खुद को संक्रमण से नहीं बचा पाए हैं और कोरोना से संक्रमित हो गए है। ये भी पढ़ें:-Sonia Gandhi बोली- पार्टी के हित में ‘किसी भी त्याग’ के लिए तैयार, बजट सत्र के बाद होगी रणनीति तय दोनों डोज के अलावा बूस्टर डोज भी ले हुचे...

  • मोदी और अमेरिका की गोदी!

    परिस्थितियां विपरित फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा कामयाब! क्या मतलब है ‘विपरित परिस्थितियों’ का? जवाब है राष्ट्रपति बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस बनाम नरेंद्र मोदी के मिजाज, फितरत का फर्क। अमेरिका का मौजूदा तथ्य है कि वहां मोदी सरकार की लोकतांत्रिक साख जीरो है। तभी बाइडेन और कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री का सर्द स्वागत किया। इन्होने मुलाकात में और वार्ता के बाद अपने टिवट या बयान से सार्वजनिक तौर पर नरेंद्र मोदी को नसीहत दी। मसलन- महात्मा गांधी के आदर्शों जैसे अहिंसा, सम्मान और सहिष्णुता की आज के दौर में बहुत ज़रूरत है। या यह वाक्य कि- यह...

  • अमेरिका में बदला-बदला माहौल

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने सात साल के कार्यकाल में सातवीं बार अमेरिका के दौरे पर गए हैं। जो बाइडेन अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति हैं, जिनसे मोदी की मुलाकात हुई है। पहले बराक ओबामा के साथ उनके अच्छे संबंध रहे और खुद प्रधानमंत्री ने कहा था कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति को पहले नाम से संबोधित करते हैं और उनसे तू-तड़ाक के अंदाज में बातचीत का रिश्ता है। उनसे भी बेहतर रिश्ता डोनाल्ड ट्रंप के साथ था, जिनके कार्यकाल में 2019 में ह्यूस्टन में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ के नारे लगे थे। लेकिन इस बार जो बाइडेन...

  • कमला हैरिस का नजरिया आलोचनात्मक?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ मुलाकात को लेकर काफी उत्साह दिखाया और उनकी तारीफ भी की लेकिन कमला हैरिस ने बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। ध्यान रहे भारतीय मूल की होने के बावजूद भारत की मौजूदा सरकार के प्रति कमला हैरिस का नजरिया कोई बहुत अच्छा नहीं है। उप राष्ट्रपति बनने से पहले वे भारत में मानवाधिकार, लोगों की आजादी, प्रेस की आजादी आदि का मुद्दा उठाती रही हैं। उन्होंने कश्मीर की स्थिति पर भी एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कहा था कि कश्मीर के लोग...

  • वाशिंगटन में मोदी की उपलब्धियाँ

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

  • पाकिस्तान से अमेरिका की नाराजगी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

  • प्रतिबद्ध मीडिया ने खुद ही खोली पोल

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

  • ईसा के नाम पर कैसा जुल्म ?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

  • वाशिंगटन में हिंसा को ट्रंप ने उकसाया: ओबामा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

  • ओबामा और राहुल

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका-यात्रा के दौरान चार प्रमुख घटनाएँ हुई हैं। संयुक्तराष्ट्र महासभा में अभी उनका भाषण होना है। सबसे पहले उन्हें मेरी बधाई कि उन्होंने अपना भाषण हिंदी में दिए। वाशिंगटन में वे पहले अमेरिका की पाँच बड़ी तकनीकी कंपनियों के मुख्य कर्त्ता-धर्ताओं से मिले। चीन से मोहभंग होने के बाद भारत ही उनका आश्रय-स्थल बनेगा, यह अब निश्चित है। उनके भारत-आगमन से तकनीकी क्षेत्र में भारत के चीन से भी आगे निकलने की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। मोदी की इस यात्रा में वे चौगुटे याने ‘क्वाड’ के नेताओं से व्यक्तिगत मिले। यह भेंट इसलिए भी जरुरी थी कि...

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