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  • सीमा स्थिति पर भारत-चीन में बात

    नई दिल्ली, वार्ता। भारत और चीन के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सीमा क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की। दोनों पक्षों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति पर संतोष जताया। डब्ल्यूएमसीसी की 34वीं बैठक दिल्ली में हुई। भारत की ओर से नेतृत्व गौरांगलाल दास ने और चीन की ओर से होंग लियांग ने किया। दोनों देशों ने तय किया कि राजनयिक और सैन्य स्तर पर संवाद बनाए रखा जाएगा। वर्ष के अंत में भारत में विशेष प्रतिनिधियों की बैठक होगी। विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी कर बताया कि भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय सम्बन्धी कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की 34वीं बैठक...

  • मान-अपमान से आगे

    us canada border: कनाडा के रास्ते अमेरिका में अवैध प्रवेश की कोशिश करने वाले भारतीयों की संख्या में अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच 22 फीसदी बढ़ोतरी हुई थी। कनाडा के रास्ते ऐसे कुल 1,09,535 प्रयास हुए, जिनमें 16 प्रतिशत में भारतीय शामिल थे। also read: भाजपा की प्रदेश कमेटियों में विवाद देश की प्रतिष्ठा गिरा रहे गुजरे हफ्ते राज्यसभा में इस प्रश्न का विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने जवाब नहीं दिया कि क्या भारत से गैर-कानूनी ढंग से बाहर जाकर आश्रय मांगने वाले लोगों की संख्या में 800 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। सिंह ने कहा कि सरकार के...

  • अब आगे की बात

    india china: सेनाओं के बीच आमने-सामने तैनाती की सूरत खत्म हो गई है, इसलिए भारत सरकार की राय में बुनियादी मसला हल हो गया है और अब वक्त चीन से संबंध सामान्य करने का है। इसी नजरिए की झलक रियो में हुई वार्ता में मिली। also read: अजित पवार की दशा दुष्यंत चौटाला वाली ब्राजील के रियो द जनेरो में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत का निष्कर्ष है कि दोनों देशों ने 2020 में लद्दाख सेक्टर में हुई घटनाओं को भूल कर अब आगे बढ़ने का फैसला किया है। खास कर भारत...

  • समाधान के रास्ते पर

    फिलहाल समझौता यह हुआ है कि देपसांग और देमचोक में भारतीय बल उस बिंदु तक पेट्रोलिंग कर सकेंगे, जहां तक वे जून 2020 तक जाते थे। ये पूरा समाधान नहीं है, फिर भी स्वागतयोग्य है। इससे आगे का रास्ता निकलता है। भारत- चीन के बीच लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सवा चार साल से जारी गतिरोध के समाधान की दिशा में दोनों देशों ने महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। हालांकि यह पहला कदम है, फिर भी दोनों देशों के रुख में बदलाव का यह स्पष्ट संकेत है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने ब्रिक्स प्लस शिखर सम्मेलन शुरू होने...