प्रस्तावना बदलने की मांग तेज हुई
नई दिल्ली। संविधान की प्रस्तावना बदल कर उसमें से ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द हटाने की मांग तेज हो गई है। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने गुरुवार, 26 जून को यह मुद्दा उठाया था और कहा था कि मूल प्रस्तावना में ये दोनों शब्द नहीं थे। इन्हें इमरजेंसी के समय इंदिरा गांधी ने जोड़ा था। इसलिए इनको हटाने पर विचार होना चाहिए। अब उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यह मुद्दा उठाया है और कहा है कि इस पर विचार होना चाहिए। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इसे हटाने की मांग की है। केंद्रीय मंत्री शिवराज...