cracker ban

  • पटाखे चलाना भी धर्म का काम!

    इस साल भी और पिछले कई सालों से दिवाली के मौके पर ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ से ज्यादा ‘धर्मो रक्षति रक्षितः’ के संदेश देखने को मिले। अंधकार से प्रकाश की ओर चलने या असत्य से सत्य की ओर बढ़ने से ज्यादा हर व्यक्ति धर्म की रक्षा को आतुर दिखा और धर्म की रक्षा कैसे होगी? पटाखे चला कर! पिछले साल और उससे पहले कई साल दिवाली के अवसर पर पटाखे इसलिए चलाए गए क्योंकि सर्वोच्च अदालत को दिखाना था कि हिंदू अदालत के आदेश को नहीं मानता है, बल्कि धर्म की रक्षा के लिए उसकी अवहेलना करने में भी नहीं हिचकता...

  • सौ फीसदी सही बात

    ‘देश के दूसरे हिस्सों के बाशिंदों को वायु प्रदूषण से दिल्ली जैसी ही राहत क्यों नहीं मिलनी चाहिए? क्या इसलिए कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है और सुप्रीम कोर्ट भी यहीं मौजूद है, इसलिए सिर्फ यहां की हवा प्रदूषण मुक्त होनी चाहिए?’ प्रदूषण रोकने संबंधी चर्चा में प्रधान न्यायाधीश बी. आर. गवई ने महत्त्वपूर्ण आयाम जोड़ा है। उनका यह कहना सौ फीसदी सही है कि अब तक इस बारे में चर्चा अभिजात्य नजरिए से होती रही है। अदालत में सुनवाई दिवाली के मौके पर दिल्ली में पटाखों की बिक्री रोकने संबंधित थी। जस्टिस गवई ने कहा कि अगर पटाखों की बिक्री...