Delhi Border
हरियाणा के करनाल में किसानों पर पुलिस के लाठी चलाने की घटना को लेकर हरियाण और पंजाब के मुख्यमंत्री आमने सामने आ गए हैं।
New Delhi. एक ओर देश में कोरोना कहर बरसा रहा है तो दूसरी ओर किसान आंदोलन में डटे हुए किसान है जो अपना धरना प्रदर्शन बंद करने को तैयार ही नहीं है. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने एक बार फिर से भड़काऊ भाषण देते हुए कहा कि सरकार पिछले कुछ दिनों से दिल्ली (Delhi) को साफ करने की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने किसान आंदोलन को छेड़ने की कोशिश की तो किसान सरकार को 1 घंटे के अंदर जवाब दे देंगे. बता दें कि दिल्ली में कोरोना के नये मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसे देखते हुए सरकार के साथ ही प्रशासन भी किसानों को समझा कर उन्हें वापस भेजने का हर संभव प्रयास कर रहा है. लेकिन किसान कुछ भी समझने को तैयार नहीं हैं. इफ्तार पार्टी के वीडियो वायरल होने पर हुई थी किरकरी कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भी किसान नेता राकेश टिकैत लगातार धरना प्रदर्शन को जारी रखने की बात कर रहे हैं. बीती रात रामायण टोल प्लाजा पर भी धरने पर बैठे किसानों के समक्ष उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार हमारे आंदोलन को कुचलने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रही हैं लेकिन सरकार… Continue reading किसान आंदोलन: हमें अगर सरकार ने छेड़ा तो किसान 1 घंटे के अंदर दे देंगे जवाब
कृषि कानून के खिलाफ राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को 100दिन से अधिक समय हो चुका है। आंदोलन स्थल पर पुरुष, बच्चे और महिलाओं ने डेरा डाला हुआ है।
तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 74 दिन से आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने किसान क्रांति की अपील की है। साथ ही किसानों ने आंदोलन की जगह को क्रांति की जगह में तब्दील कर दिया है
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है, ऐसे में किसानों ने आज देश भर में चक्का जाम करने का ऐलान किया है। हालांकि इस चक्का जाम का असर दिल्ली की सीमा
दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार के विपक्षी दलों के नेता मानव श्रृंखला, ट्रैक्टर रैली, राजभवन मार्च, धरना और प्रदर्शन भले ही आयोजित कर चुके हैं
कृषि कानून पर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का 2 महीने से प्रदर्शन जारी है। इसी सिलसिले में किसानों ने हर जगह कृषि संबंधी अपने बैनर व पोस्टर लगाए हुए हैं।
दिल्ली की सीमा पर कृषि कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 22वां दिन है। गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को किसानों की महापंचायत बुलाई गई है।
केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों के साथ सरकार की वार्ता एक बार फिर विफल हो गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा पर लगातार बढ़ते किसानों के जमावड़े और किसान आंदोलन को मिल रहे समर्थन से परेशान केंद्र सरकार जल्दी से जल्दी इस विवाद को सुलझाने की योजना पर काम कर रही है।
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वरिष्ठ नेताओं के साथ इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के अपने सभी 62 विधायकों से कहा है कि वे प्रदर्शनकारी किसानों की मदद करें। इन्हें दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हजारों किसानों की सेवा करने को कहा गया है।