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Digital India

  • डिजिटल भारत की हकीकत

    डिजिटल भारत का शोर हकीकत से दूर है। असल सूरत यह है कि भारत में इंटरनेट का प्रसार लगभग स्थिर हो गया है। और यह सूरत खुद सरकारी आंकड़ों में झलकती है। भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था और देश को सेमीकंडक्टर जैसी तमाम अति आधुनिक तकनीकों का केंद्र बनाने की तमाम चर्चाओं का जोर ऐसा है कि देश में बड़ी संख्या में लोग सचमुच यकीन करते हैं कि देश दुनिया की प्रमुख आधुनिक अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। लेकिन अगर तथ्यों पर गौर करें, तो यह कहने में कोई हिचक नहीं होगी कि हकीकत इस धारणा के उलट है।...

  • डिजिटल ट्रांजेक्शन के आदि हो जाएं, ATM जाना 1 जनवरी 2022 से और भी महंगा हुआ…

    नई दिल्ली। ATM Transaction Becomes Costly : प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता संभालने के बाद से लगातार डिजिटल इंडिया की बात कही गई है. ऐसे में यदि आपको अब तक डिजिटल ट्रांजैक्शन की आदत नहीं हुई है तो अब आपकी परेशानी बढ़ सकती है. इसके पीछे का कारण साफ है भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए आदेश के बाद एटीएम ट्रांजैक्शन पर एक जनवरी 2022 से चार्ज बढ़ा दिया गया है. ऐसे में यदि आपको कैश करना अच्छा लगता है तो स्वाभाविक है आप पैसे निकालने के लिए एटीएम भी ज्यादा चाहते होंगे. इतना बढ़ा है चार्ज ATM Transaction Becomes Costly...

  • डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहल ने अभिनव फिनटेक समाधानों के द्वार खोले – पीएम मोदी

    नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 3 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुबह 10 बजे फिनटेक पर एक विचार नेतृत्व फोरम, इनफिनिटी फोरम का उद्घाटन किया। प्रधान मंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहलों ने शासन में लागू होने वाले नवीन फिनटेक समाधानों के द्वार खोल दिए हैं। प्रधान मंत्री ने अपने मुख्य भाषण में उल्लेख किया कि भारत में पिछले साल मोबाइल भुगतान ने पहली बार एटीएम से नकद निकासी को पार कर लिया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत में मोबाइल भुगतान ने पहली बार एटीएम नकद निकासी को पार...

  • कर्ज लेकर काम चलाएं!

    coronavirus pandemic relief package : भारत के एक मनीषी ने कर्ज लेकर घी पीने की सलाह दी थी। घी तो दूभर है लेकिन भारत सरकार चाहती है कि लोग कर्ज लेकर अपना काम चलाएं। काम चलाने का मतलब है कि अगर छोटे छोटे काम धंधे हैं या लघु-सूक्ष्म उद्योग धंधे हैं या किसी दूसरे असंगठित उद्योग से जुड़े हैं तो बैंकों से कर्ज लीजिए और अपना काम चलाइए। कर्ज के बदले में गारंटी केंद्र सरकार देगी। यानी सरकार यह सुनिश्चित कर देगी कि आपको कर्ज मिले लेकिन यह नहीं बताएगी कि आप वह कर्ज कैसे चुकाएंगे! जब बाजार में मांग...

  • सीखने को तैयार नहीं

    पिछले साल जब कोरोना महामारी का पहला दौर आया था, तो ऐसे ही उपायों को साथ लेकर खुद प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उसका क्या असर हुआ? एक अगर ऐसी सरकार होती, जो जनता के साथ संवाद में यकीन करती, तो उससे ये सवाल पूछा जाता। covid relief package sitharamans : केंद्र सरकार ने फिर एक कथित कोरोना प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। अगर सरकारी दावे को मानें तो यह पैकेज छह लाख 29 हजार करोड़ रुपए का है। फिर वही कर्ज गारंटी और कर्ज लेना आसान बनाने की घोषणाएं हैं। जनता...

  • भारत सरकार ने कोरोना प्रभावित सेक्टरों को दी राहत , 1.1 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान

    पिछले साल जब कोरोना महामारी का पहला दौर आया था, तो ऐसे ही उपायों को साथ लेकर खुद प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उसका क्या असर हुआ? एक अगर ऐसी सरकार होती, जो जनता के साथ संवाद में यकीन करती, तो उससे ये सवाल पूछा जाता। covid relief package sitharamans : केंद्र सरकार ने फिर एक कथित कोरोना प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। अगर सरकारी दावे को मानें तो यह पैकेज छह लाख 29 हजार करोड़ रुपए का है। फिर वही कर्ज गारंटी और कर्ज लेना आसान बनाने की घोषणाएं हैं। जनता...

  • राजीव गांधीः बहुत भले और संवेदनशील

    पिछले साल जब कोरोना महामारी का पहला दौर आया था, तो ऐसे ही उपायों को साथ लेकर खुद प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उसका क्या असर हुआ? एक अगर ऐसी सरकार होती, जो जनता के साथ संवाद में यकीन करती, तो उससे ये सवाल पूछा जाता। covid relief package sitharamans : केंद्र सरकार ने फिर एक कथित कोरोना प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। अगर सरकारी दावे को मानें तो यह पैकेज छह लाख 29 हजार करोड़ रुपए का है। फिर वही कर्ज गारंटी और कर्ज लेना आसान बनाने की घोषणाएं हैं। जनता...

  • साइबर हमला, चीन का नया हथियार!

    पिछले साल जब कोरोना महामारी का पहला दौर आया था, तो ऐसे ही उपायों को साथ लेकर खुद प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उसका क्या असर हुआ? एक अगर ऐसी सरकार होती, जो जनता के साथ संवाद में यकीन करती, तो उससे ये सवाल पूछा जाता। covid relief package sitharamans : केंद्र सरकार ने फिर एक कथित कोरोना प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। अगर सरकारी दावे को मानें तो यह पैकेज छह लाख 29 हजार करोड़ रुपए का है। फिर वही कर्ज गारंटी और कर्ज लेना आसान बनाने की घोषणाएं हैं। जनता...

  • डिजिटल इंडिया की हकीकत!

    पिछले साल जब कोरोना महामारी का पहला दौर आया था, तो ऐसे ही उपायों को साथ लेकर खुद प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी। उसका क्या असर हुआ? एक अगर ऐसी सरकार होती, जो जनता के साथ संवाद में यकीन करती, तो उससे ये सवाल पूछा जाता। covid relief package sitharamans : केंद्र सरकार ने फिर एक कथित कोरोना प्रोत्साहन पैकेज घोषित किया है। अगर सरकारी दावे को मानें तो यह पैकेज छह लाख 29 हजार करोड़ रुपए का है। फिर वही कर्ज गारंटी और कर्ज लेना आसान बनाने की घोषणाएं हैं। जनता...

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