Electoral Rolls

  • बिहार का प्रयोग मामूली नहीं है

    चुनाव आयोग ने बिहार में मतदाता सूची का जो विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चलाया है वह कोई संयोग नहीं है। वह एक प्रयोग का हिस्सा है, जिसे आगे पश्चिम बंगाल और असम में बढ़ाया जाएगा। हैरान करने वाली बात यह है कि भाजपा ने पिछले साल झारखंड चुनाव में यह प्रयोग नहीं किया। झारखंड भी उन राज्यों में है, जहां भाजपा के नेता बांग्लादेशी घुसपैठियों के बसने और मतदाता बनने का शोर मचाते हैं। यह बात काफी हद तक सही भी है कि संथालपरगना के इलाके में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी मुस्लिम बसे हैं और उन्होंने आदिवासी लड़कियों से शादी...

  • संदेह-मुक्त रहे संशोधन

    मतदाता सूचियों में संशोधन की शुरू होने जा रही विशेष प्रक्रिया संवैधानिक दायरे में है, इसलिए इसको लेकर विवाद की आवश्यकता नहीं है। फिर यह अनिवार्य है कि निर्वाचन आयोग इस बारे में सबके मन में भरोसा पैदा करे। यह पहला मौका नहीं है, जब निर्वाचन आयोग मतदाता सूचियों का विशेष गहन संशोधन करने जा रहा है। इसलिए इस प्रक्रिया को लेकर सनसनी या भय फैलाने की आवश्यकता नहीं है। आयोग ने ये सारी प्रक्रिया भारतीय नागरिकता अधिनियम-1955 के तहत पूरी करने का एलान किया है। इसलिए इसको लेकर संदेह खड़ा करने या ‘कागज नहीं दिखाएंगे’ जैसी मुहिम चलाने का...