Employment
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय मंत्रियों, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें जन्मदिन की शुभाकमनाएं दीं…
प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े जोर शोर से मेक इन इंडिया का नारा दिया था. लेकिन यह नारा ढेर होता हुआ दिखाई दे रहा है. भारत में लोगों को कृषि के बाद सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाला सेक्टर टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज है.
मुंबई। बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर एक फिर गरीबों की मदद करने के लिए आगे आए बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) ने जरूरतमंदों के लिए एक नई मुहिम शुरू की है, जिसके तहत वह गरीबों को रोजगार (Employment) दिलाएंगे। सोनू सूद (Sonu Sood) ने पिछले वर्ष कोरोना (Corona) महामारी के दौरान हुये लॉकडाउन (lockdown) में प्रवासी मजदूरों (migrant laborers) और जरूरतमंदों की मदद की थी। सोनू सूद (Sonu Sood) एक बार फिर से गरीबों की मदद करने के लिए आगे आए हैं। इसे भी पढ़ें – लता मंगेशकर का एलबम ‘भावार्थ माऊली‘ रिलीज, दीदी बोली- गाने के अलावा मेरे पास है ही क्या… उन्होंने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की है। इसमें लिखा, लॉकडाउन हो या न हो, आपके रोजगार की चिंता मुझ पर छोड़ दीजिए। सोनू सूद (Sonu Sood) ने तस्वीर शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, कोशिश जरूर करूंगा।सोनू सूद ने साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी शेयर किया हैं और एप भी लॉन्च किया है। इसकी मदद से कोई भी शख्स नौकरी पा सकता है। इसे भी पढ़ें – Rajasthan by-election 2021 : वीकेंड कर्फ्यू के बीच दोहरी जिम्मेवारी , 3 सीटों से लिए मतदान कल
लखनऊ| राज्य में कोरोना (Corona) महामारी का प्रकोप काफी बढ़ गया है रोज कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है कोरोना संक्रमण से बुरे हालात के बावजूद महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (MGNREGA) ग्रामीणों के रोजगार (Employment) का सहारा बना हुआ है। महज 14 दिनों में सात लाख से ज्यादा लोगों को इससे रोजगार मिला है। ग्राम विकास विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गत 14 अप्रैल को सूबे के 74 जिलों में 9,51,583 ग्रामीण मनरेगा की विभिन्न योजनाओं में कार्य कर रहे थे, जबकि गत एक अप्रैल को मनरेगा की विभिन्न योजनाओं में कार्य करने वाले ग्रामीणों की संख्या 2,24,106 थी। मात्र 14 दिनों में मनरेगा में कार्य करने वाले ग्रामीणों की संख्या में 7,27,477 का इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की मंशा है कि वर्तमान समय में सूबे के ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोग कोरोना (Corona) से बचने के लिए रोजगार (Employment) की तलाश में शहर ना आए। ग्रामीणों को उनके गांव में ही सरकार रोजगार मुहैया करायेगी। मुख्यमंत्री की इस मंशा को जानने के बाद अब गांव में जल संरक्षण संबंधी कार्य मनरेगा (MGNREGA) के तहत कराए जाने लगे हैं। इसे भी पढ़ें – अजी छोड़िए पाक से तुलना ! जितनी… Continue reading Corona crisis: MGNREGA बना ग्रामीणों का सहारा, सात लाख नए लोगों को मिला रोजगार
महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों में Coronavirus संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आने और कई बंदिशों के बीच वहां रह रहे Bihar के लोग बड़ी संख्या में वापस आने लगे हैं।
पटना | कोरोना (Corona) की दूसरी लहर में देश के करीब-करीब सभी हिस्सों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद बिहार (Bihar) के परदेसी अब वापस अपने प्रदेश लौटने लगे हैं। इन्हें अपने राज्य लौटने के लिए रेलवे ने कई विशेष ट्रेनें भी चलाई हैं। लौटे प्रवासी मजदूरों (migrant workers) को अब काम की चिंता सताने लगी है। कोई किसानी की बात कर रहा है, तो कई लोग मजदूरी की बात कर रहे हैं। बिहार की राजधनी पटना से सटे मोकामा के सैकड़ों लोग अन्य प्रदेशों में रहकर अपना पेट पालते थे। ऐसे कई लोग वापस अपने गांव चले आए हैं। घोसवारी गांव के रहने वाले आनंद कुमार कहते हैं कि इस गांव के दर्जनों लोग बाहर कमाने गए थे और अब लॉकडाउन (Lockdown) की आशंका के बाद वापस घर लौट आए हैं या लौटने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जब लॉकडाउन (Lockdown) लगा था, तब भी वापस आए थे। उसके बाद काम नहीं मिला तब फिर वापस चले गए थे। अब एकबार फिर लॉकडाउन (Lockdown) के कारण लोग लौटने को विवश हैं। घोसवारी के पास के गांव के रहने वाले सूबेदार राय मुंबई में रहकर सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते थे। पूरे परिवार को… Continue reading Bihar : घर लौटे प्रवासी मजदूरों को सताने लगी रोजगार की चिंता, लेकिन अपने प्रदेश पहुंचने का सुकून भी
नई दिल्ली। Corona के बढ़ते मामलों के बीच वालमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने आज कहा कि उसने अपनी लॉजिस्टिक्स और डेटा केंद्र क्षमताओं को मजबूत करने के लिए अडाणी समूह (Adani Group) के साथ एक वाणिज्यिक साझेदारी (Commercial Partnership) की है, जिससे करीब 2,500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार (Employment) मिलेगा। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस दोतरफा साझेदारी के तहत फ्लिपकार्ट अडाणी पोर्ट्स लिमिटेड एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अडाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (Company Adani Logistics Limited) के साथ मिलकर काम करेगी, ताकि आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सके और ग्राहकों को तेजी से सेवाएं मुहैया कराई जा सकें। इसे भी पढ़ें – UPRVUNL JE Recruitment 2021: उतर प्रदेश में बिजली विभाग में जूनियर इंजीनियर के पदों पर भर्ती, अंतिम तिथी 5 अप्रैल इसके अलावा फ्लिपकार्ट (Flipkart) अपने तीसरे डेटा सेंटर की स्थापना अडाणीकॉनेक्स के चेन्नई स्थित संयंत्र में करेगी। अडाणीकॉनेक्स, एजकॉनेक्स और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम है। इस साझेदारी के वित्तीय ब्यौरे की जानकारी नहीं दी गई है। इसे भी पढ़ें – पवित्र कुरान से 26 आयतों को हटाने पर SC में सुनवाई आज, मुस्लिम समाज में है वसीम रिजवी के खिलाफ आक्रोश इस… Continue reading Corona के बढ़ते मामलों के बीच आई खुशखबरी, फ्लिपकार्ट का अडाणी समूह के साथ समझौता, हजारों लोगों को मिलेगी नौकरी
गोरखपुर। कोरोना काल में जब लोगों के सामने Employment का संकट था, तब गोरखपुर की Aarti, Rinky, Sunaina and Kusum ने विकास की नई इबारत लिख दूसरों के सामने एक मिसाल पेश की है। कड़ी मेहनत और जज्बे की बदौलत ही आज ये महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार मुहैया कराने में सफल हो रही हैं। आजीविका मिशन से जुड़कर इन लोगों ने खुद का समूह गठित कर लिफाफे और फाइल बनाने का काम शुरू किया है। जिसके बाद से इन्हें आमदनी के साथ-साथ जीने की राह भी मिल चुकी है। खजनी ब्लॉक के सतुआभार ग्राम सभा की इन महिलाओं की मानें, तो आजीविका मिशन ने इन्हें नई जिंदगी दी है, जिसके लिए उन्होंने Chief Minister Yogi Adityanath को धन्यवाद दिया है। सरकार के समय-समय पर होने वाले जागरूकता शिविरों का ही नतीजा है कि आज इन महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इन महिलाओं ने नंवबर 2018 में ग्राम संगठन के नाम से अपने समूह का गठन किया था। इसे भी पढ़ें – Instagram ने लॉच किया अपना नया फीचर्स,जाने क्या है खास सुविधा……. इसके बाद इन महिलाओं ने आरसेटी (रूरल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) के जरिए ट्रेनिंग की। यह ट्रेनिंग एसबीआई इंटर्नल कम्युनिटी… Continue reading UP News: गांव में ही मिला रोजगार, लिफाफे और फाइल कवर बने आजीविका के साधन
कांग्रेस ने असम में चुनाव जीतने पर पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। इस वादे का क्या असर होगा, यह चुनाव नतीजे के एलान के बाद ही पता चलेगा।
मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड और महाकौशल इलाके के बड़े हिस्से में रोजगार का साधन बीड़ी निर्माण रहा है, मगर अब इस कारोबार पर संकट के बादल गहराने लगे हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि सिगरेट एंड अंडर टोबेको प्रोडक्ट एक्ट (कोटपा) 2003 में अभी हाल में संशोधन कर नई नियमावली जारी की है।
मौजूदा वित्तीय वर्ष में योगी सरकार का लक्ष्य 50 लाख युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। इसके लिए सरकार ने 5 दिसम्बर से मिशन रोजगार की शुरुआत की है।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में रोजगार मुहैया कराने को लेकर मुख्यमंत्री योगी की पहल रंग लाने लगी है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कल आत्मनिर्भर भारत पैकेज 3.0 के तहत कोविड रिकवरी चरण के दौरान रोजगार के नए अवसरों के सृजन को प्रोत्साहित करने के लिए आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना को मंजूरी दे दी।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अब लोगों को घर बैठे रोजगार देने की रणनीति बना रही है। लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार वन विभाग की होम स्टे योजना का विस्तार करने की तैयारी में जुटी है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने आज यहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 10 लाख लोगों को रोजगार देने के वादे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्ता में रहने पर नौकरी छीनने वाले आज रोजगार देने की बात कर रहे हैं।