Free and Fair Polls

  • भारत के लोकतंत्र व चुनाव निष्पक्षता पर अमेरिका नहीं बोलेगा तो क्या रूस बोलेगा?

    जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में जा कर नारा लगवाया कि अबकी बार ट्रंप सरकार, वे और उनके विदेश मंत्रालय के कारिंदे इन दिनों अमेरिका, जर्मनी को नसीहत दे रहे हैं कि संप्रभु भारत के अंदरूनी मामले में इनका टांग अड़ाना निंदनीय है। जिन नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी संसद में जा कर भारत के कथित ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ जुमले पर अपना ढिंढोरा पीटा और जिन्होंने चुनाव से पहले केजरीवाल आदि विपक्षी नेताओं को जेल में डाला है, कांग्रेस का चुनावी फंड जब्त कराया है वे चाहते हैं कि उनके चुनावी बेईमानीवाले इन कामों को दुनिया लोकतंत्र का कंलक न...