Gender Gap Report–2025

  • समस्या तो बरकरार है

    महिलाओं का जो 35.1 फीसदी हिस्सा श्रम शक्ति में भागीदार है, उनमें दो तिहाई स्वरोजगार श्रेणी में है। उनके बीच एक बड़ा हिस्सा उनका है, जो अपने घरेलू कारोबार में योगदान करती हैं। उन्हें अपने काम के बदले कोई तनख्वाह नहीं मिलती। भारत में कामकाजी उम्र वर्ग की महिलाओं की कुल श्रम शक्ति में बेहद कम मौजूदगी पर परदा डालने की लगातार कोशिश की गई है। इसके लिए कामकाजी माने जाने वाले व्यक्ति की परिभाषा तक को बदल दिया गया। घरेलू कामकाज में योगदान करने वाली महिलाओं को श्रम शक्ति में शामिल दिखाने के लिए इसमें अवैतनिक स्वरोजगार की नई...