इंडिया गठजोड़ का संकट
इंडिया गठबंधन साझा चेहरा और समान मकसद दिखाने में कमजोर पड़ रहा है। साझा नीतिगत कार्यक्रम की जरूरत तो इसने कभी महसूस ही नहीं की। इसका लाभ भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को मिल रहा है। अब व्यावहारिक रूप में इंडिया गठबंधन राज्य स्तर पर दलों का तालमेल भर रह गया है। इस तरह लोकसभा चुनाव में मिली सीमित सफलता से उज्ज्वल हुईं संभावनाएं आज मद्धम पड़ चुकी हैं। इसकी बड़ी जिम्मेदारी गठबंधन के अंदर के सबसे बड़े दल कांग्रेस पर जाती है, जिसने अपने प्रभाव वाले राज्यों में उदारता नहीं दिखाई। हरियाणा चुनाव में जब उसने आम आदमी पार्टी और...