India America relations

  • बचाव की मुद्रा में?

    मोदी ने राय जताई कि कूटनीतिक संबंधों से जुड़ी कुछ घटनाओं से भारत-अमेरिका संबंध प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ‘परिपक्व एवं स्थिर सहभागिता’ बनी है। अमेरिका की दोनों प्रमुख पार्टियां भारत से संबंध को आज समान महत्त्व दे रही हैं। खालिस्तानी उग्रवादियों गुरपतवंत सिंह पन्नूं और हरदीप सिंह निज्जर के मामलों में क्या भारत सरकार बचाव की मुद्रा में है? इस संदर्भ में दो नई खबरें अहम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स को इंटरव्यू देकर पन्नूं मामले में अपनी सरकार का रुख साफ किया है। उधर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो...