साख पर गहरी आंच
आरोप है कि कीमोथेरेपी की अनेक दवाओं की खराब गुणवत्ता के कारण 100 से ज्यादा देशों में मरीजों का इलाज बेअसर रहा। अनेक मरीजों को दवाओं के साइट इफेक्ट्स झेलने पड़े। इन दवाओं की निर्माता अनेक कंपनियां भारतीय हैं। अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के एक समूह का दावा है कि कीमोथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली अनेक दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में खरी नहीं उतरीं। द ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म (टीबीईजे) ने कहा है कि इन दवाओं की खराब गुणवत्ता के कारण 100 से ज्यादा देशों में मरीजों का इलाज बेअसर रहा। अनेक मरीजों को दवाओं के साइट इफेक्ट्स झेलने पड़े। इन दवाओं की...