मसला बेहद गंभीर है
भारत में शैक्षिक ट्रेनिंग और जॉब मार्केट के तकाजों के बीच चौड़ी खाई मौजूद है। इसे कैसे भरा जाएगा? कड़वी हकीकत यही है कि जब ये खाई नहीं भरती, चीन या अन्य देश हमें ब्लैकमेल करने की स्थिति में बने रहेंगे। इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक एसोसिएशन (आईसीईए) ने भारत सरकार को पत्र लिख कर उन मुश्किलों की जानकारी दी है, जो चीन के अघोषित व्यापार प्रतिबंधों के कारण पेश आ रही हैं। एसोसिएशन ने कहा है कि इन पाबंदियों का हल नहीं निकला, तो चालू वित्त वर्ष में स्मार्ट फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात 36 बिलियन डॉलर तक ले...