Kota suicides

  • दांव पर छात्रों की जान

    जानकारों के मुताबिक छात्रों पर बढ़ने वाले मनोवैज्ञानिक दबाव के पीछे एक प्रमुख कारण यहां का कोचिंग सिस्टम है। कोचिंग संस्थान सिर्फ उन छात्रों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिन्हें ग्रेडिंग में ज्यादा नंबर मिलते हैं। इससे बाकी छात्रों पर दबाव बढ़ जाता है। कोचिंग हब के नाम से मशहूर शहर कोटा में छात्रों के आत्महत्या करने का सिलसिला  जारी है। ऐसा लगता है कि ये समस्या लाइलाज हो गई है। छात्रों की मुसीबत और उसके समाधान की चर्चाएं खूब होती हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकलता। बीते आठ महीने में 24 छात्रों ने जान दी है। इनमें से 13...