समुद्र मंथन के सहयोगी भगवान कूर्म
विष्णु के कूर्म अवतार को भागवत पुराण में कच्छप (कश्यप), कमठ (कठ), अकूपर के रूप में भी संदर्भित, संबोधित किया गया है। सभी का अर्थ कछुआ या कछुए का रूप है। वेदांग (निरुक्त) में भी सूर्य को अकुपरा कहा गया है। अकुपरा अर्थात असीमित, क्योंकि यह अथाह है। समुद्र को भी अकुपरा कहा जाता है। असीमित, क्योंकि यह असीम है। कछुए को अ-कूप-आरा भी कहा जाता है, क्योंकि यह कुएं में नहीं चलता। उथले जल में नहीं, अथाह जल में रहता है। 12 मई - कूर्म जयंती पौराणिक मान्यतानुसार बैशाख मास की पूर्णिमा को भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का...