‘देर रात दो बजे दरवाजे पर दस्तक हुई’
मोरीगांव। असम (Assam) के मोरीगांव (Morigaon) जिले की निम्मी (बदला हुआ नाम) की आंखों में मां बनने की खुशी की चमक नहीं, बल्कि डर, असुरक्षा का भाव और भविष्य में पेश आने वाली मुश्किलों की चिंता दिखाई देती है। वहीं, रेजिना खातून (बदला हुआ नाम) की आंखों में एक खालीपन नजर आता है। वह बस इसी ख्याल में डूबी हुई है कि आखिर उस पर दुखों का पहाड़ क्यों टूट पड़ा, जिसने उसकी खुशहाल दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। निम्मी उन हजारों बालिका वधुओं में से एक है, जिसके पति को असम पुलिस ने बाल विवाह (child marriage)...