बड़े बदलाव की जरूरत
भारत में अंग प्रत्यारोपण जीवित डोनरों के जरिए संभव हो पाता है। लेकिन मृत अंगदाताओं के अंग प्रत्यारोपण के मामले देश में बहुत ही पीछे है। इस कारण अनेक ऐसी जानें चली जाती हैं, जिन्हें बचाया जा सकता था। भारत में अंगदान की मांग उपलब्धता की तुलना में बहुत ज्यादा है। कारण देश में अंगदान करने वाले लोगों की भारी कमी है। प्रति दस लाख आबादी में सिर्फ एक व्यक्ति ऐसा होता है, जो मरने के बाद अपने अंगदान का वसीयत करता है। यह संख्या अमेरिका और स्पेन जैसे देशों की तुलना में बहुत कम है, जहां डोनरों की दर...