कश्मीर में सियासी मुद्दा
29 सितंबर को जम्मू कश्मीर में तीसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार का आखिरी दिन था। लेकिन कश्मीर के अनेक नेताओं ने नसरल्लाह के लिए शोक मनाने का फैसला किया। पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती प्रचार के आखिरी दिन प्रचार करने नहीं निकलीं और उन्होंने नसरल्लाह को शहीद बताया। श्रीनगर से फारूक अब्दुल्ला की पार्टी के सांसद आगा रूहुला मेहदी ने भी नसरल्लाह के मारे जाने को महान शहादत बताया। रविवार, 29 सितंबर को श्रीनगर और बडगाम दोनों जगह बड़ा प्रदर्शन हुआ। बड़ी संख्या में कश्मीरी मुस्लिम नसरल्लाह के पोस्टर और बैनर लेकर प्रदर्शन...