संविधान की मूल प्रस्तावना बहाल होनी चाहिए
समय आ गया है कि संविधान निर्माताओं का सम्मान करते हुए और भारत के मूल चरित्र के अनुकूल बनाई गई प्रस्तावना को बहाल किया जाए यानी ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द प्रस्तावना से हटाया जाए। विपक्ष के नेता राहुल गांधी को यह बात हजम नहीं हो रही है। सवाल है कि राहुल गांधी क्या यह कहना चाहते हैं कि जिन संविधान निर्माताओं ने ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द मूल संविधान में नहीं शामिल किया था वे भी मनुस्मृति पसंद करने वाले थे? देश में आपातकाल लागू करने और संविधान की हत्या करके भारत की आत्मा में बसे लोकतांत्रिक मूल्यों को तहस नहस...